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J.K. पब्लिक स्कूल के वार्षिक समारोह "तरंग" में छात्रों ने दिखाए टेलेंट के विभिन्न रंग ....

- स्किट के माध्यम से समाज को दिए सार्थक संदेश  

- मुख्य अतिथि कालिया ने अध्यापक और पेरेंट्स को बच्चो के भविष्य का निर्माता बताया   

- एकेडमिक वर्ष में बेहतर अंक लेने वाले छात्रों को  इनाम देकर किया प्रोत्साहित  

- गेस्ट ऑफ़ ऑनर करण महाजन ने अपने स्कूल समय से जुडी कविता सुनाई  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    


कपूरथला के प्रख्यात शिक्षण संस्थान J. K. पब्लिक सी. सै. स्कूल में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह "तंरग" का आयोजन किया गया। जिसमे स्कूली छात्र और छात्राओं ने जहां अपने टेलेंट के विभन्न रंग दिखाए वहीँ समाज से जुडी स्किट पेश कर सार्थक सन्देश दिए। यह आयोजन स्कूल के डायरेक्टर प्रदीप कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुआ, जिसमे पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया मुख्यातिथि और वार्ड 30 से पार्षद करण महाजन गेस्ट ऑफ़ ऑनर के तौर पर उपस्थित हुए।  

वहीँ स्कूल के चेयरमैन जोगिन्दर कुमार शर्मा ने मुख्यातिथि और गेस्ट ऑफ़ ऑनर को गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम "तरंग" की शुरुआत मुख्यातिथि दवारा अपने करकमलों से दीप प्रज्जवलित कर की गई।  

सबसे पहले विद्या और कला की देवी सरस्वती जी की वंदना की गई। और छोटे छोटे बच्चों ने मेहमानों का स्वागत “वेलकम डांस” दवारा किया, “मेरे पापा” डांस के माधयम से मातापिता के प्रति प्रेम और श्रद्धा को दर्शाया गया।  रंगारांग कार्यक्रम "तरंग" में नर्सरी से 12वीं तक के बच्चों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने पेड़ पौधे न काटे जाने, पानी बचाने का सार्थक सन्देश नृत्य के मध्यम से दर्शकों तक पहुँचाया।   

भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत करने वाले नृत्य गिद्धा, भंगड़ा, लुड्डी, और राजस्थानी कालबेलिया नृत्य भी प्रस्तुत किये गए। वहीँ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सैनिकों की बहादुरी और समर्पण को दिखाया गया। मूक नाटिका दवारा मोबाइल फ़ोन के दुरूपयोग तथा प्रभावों को दिखाया। समाज में फेल रही कुरीतियों नशा और लड़कों के पैदा होने पर उनसे किए जाने वाले भेद भाव और स्त्री शोषण को प्रस्तुत करने वाली लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।  

इस आयोजन में भारत के विभिन्न पहरावे और भाषाओं को फैंसी ड्रेस दवारा प्रस्तुत किया गया। अतिथि सम्मान  करण महाजन ने कार्यक्रम तरंग की प्रशंसा करते हुए कहा कि बचपन जीवन का सुनहरी समय होता है। जिसकी स्मृति मन में समाई रहती है। यही वह समय होता है जिसमें व्यक्ति के आचरण और शख़्सियत का निर्माण होता है। माता पिता और अध्यापक बच्चों के भविष्य के निर्माता है। करण ने अपने स्कूली समय से संबंधित एक कविता भी सुनाई और बच्चो को जंगरुक किया। 

मुख्यातिथि मनोरंजन कालिया ने विद्यार्थियों को उनकी एकडमिक उपलब्धि की लिए सभी कक्षाओं में प्रथम, द्वितीय, और तृतीय रेंक के विद्यार्थीओ को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने शिक्षाप्रद सन्देश देने वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किये हैं। इसके पीछे अध्यापकों की लग्न और मेहनत की भी झलक है। अपनी शिक्षाओं दवारा अध्यापक विद्यार्थियों का बेहतर ढंग से चरित्र निर्माण कर रहे हैं।  

स्कूल के निदेशक प्रदीप कुमार शर्मा ने मुख्यातिथि मनोरंजन कालिया ने तथा गेस्ट ऑफ़ ऑनर करण महाजन का कार्यक्रम में शामिल होने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए अभिभावकों तथा अध्यापकों का भी धन्यवाद किया। जिन की कड़ी मेहनत और सहयोग से यह शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने बच्चों को सामाजिक कुरीतियों से दूर रखें ताकि भविष्य में देश और समाज को अच्छे नागरिक मिल सके। कार्यकर्म का समापन राष्ट्रीय गान से हुआ।  

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