पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट भंग करने की RCF में सख्त शब्दों में निंदा ....
- केंद्र सरकार देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने के लिए अलग-अलग ढंग अपना रही
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
शहीद भगत सिंह विचार मंच RCF कपूरथला की तरफ से प्रधान धर्मपाल के नेतृत्व में एक मीटिंग की गई जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की सीनेट को भंग करने की सख्त शब्दों में निंदा की गई।
प्रधान धर्मपाल ने बताया कि देश की आजादी से पहले की स्थापित पंजाब राज्य की पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ जिसका प्रबंध सीनेट द्वारा लोकतांत्रिक ढंग से किया जा रहा था। सीनेटर लोकतांत्रिक ढंग सेअलग-अलग यूनिवर्सिटि कालेजों से संबंधित विभागों से चुनकर आते थे जो यूनिवर्सिटी व शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों की बेहतरी के लिए मीटिंग कर बहुमत के आधार पर फैसला लेते थे ताकि देश का आने वाला भविष्य विद्यार्थी ज्ञान से भरपूर व प्रत्येक की पहुंच लायक बढ़िया शिक्षा लेकर देश व समाज को बेहतर बना सकें।
मंच के सेक्रेटरी चंद्रभान ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि एक खास साजिश के तहत केंद्र सरकार देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने के लिए अलग-अलग ढंग अपना रही हैं। उसी कड़ी के तहत पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की लोकतांत्रिक ढंग से चुनी सीनेट को भंग कर दिया गया। ताकि केंद्र सरकार अपनी मर्जी का प्रबंधकीय बोर्ड स्थापित कर सके व मनमर्जी के फैसले करवाए जा सके व ज्ञान विज्ञान वाला शिक्षा का ढांचा बदल के विज्ञान का प्रचार प्रसार को रोका जा सके व अंघविश्वासी ढांचा मजबूत किया जा सके ताकि चेतन लोग सरकार की लोक विरोधी नीतियों का विरोध ना कर सके व यूनिवर्सिटी की करोड़ों रुपए की संपत्ति कॉर्पोरेट पक्षी सरकारें अपने पूंजीपति मित्रों को सौंप कर इस प्रकार देश के लोगों की लूट करवाई जा सके।
मंच संघर्ष कर रहे विद्यार्थी संगठनों के साथ एक जुटता प्रकट करता है व सरकार से मांग करता है कि सीनेट चुनाव का जल्दी से जल्दी नोटिफिकेशन जारी किया जाए ताकि विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को सुचारू व बेहतर तरीके से जारी रख सकें।
इस मौके पर मंच के प्रधान धर्मपाल, सेक्रेटरी चंद्रभान,कैशियर तरसेम सिंह, रामदास, गुरजिंदर सिंह, विनोद कुमार, भरत राज, राजकुमार प्रजापति, तरसेम गोगी, चरणजीत गरचा, गुरमेल सिंह कोटली, जसवंत सिंह मोगा, गुरप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।



.jpg)




.jpg)

.jpeg)











No comments