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कपूरथला में भाकियू कादियां के ब्लाक प्रधान की गिरफ्तारी पर भड़के किसान ....

- गुस्साए किसानों ने किया नडाला पुलिस चौकी का घेराव, आठ घंटे तक चला प्रदर्शन  

- MLA खैरा ने कार्रवाई को सियासी दबाव बताया,  डीएसपी बोले -- थाना सुभानपुर में 7 पर दर्ज है FIR  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

कपूरथला में नडाला पुलिस दवारा आज भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) कादियां के ब्लाक बेगोवाल प्रधान निर्मल सिंह मंड और साथी सरबजीत सिंह बल को गिरफ्तार करने पर किसान यूनियन के सदस्य भड़क उठे। और  इसके विरोध में जिला प्रधान जसबीर सिंह लिट्टां, ब्लॉक नडाला प्रधान जोगा सिंह इब्राहिमवाल, जिला कमेटी मेंबर हैप्पी जुल्का और अन्य किसानों ने नडाला चौकी का घेराव कर दिया। किसान गिरफ्तार साथियों की रिहाई को लेकर चौकी के बाहर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। धरने प्रदर्शन के बीच पुलिस ने पकड़े किसानों को हथकड़ी सहित करीब 8 घंटे तक बिठाए रखा और फिर सरकारी वाहन से कपूरथला ले गई।

जानकारी अनुसार थाना सुभानपुर में दर्ज FIR नं. 251 के तहत रछपाल शर्मा भुलत्थ और बूटा सिंह बेगोवाल ने तहसीलदार भुलत्थ के पास शिकायत दी थी कि बाढ़ पीड़ितों को बांटी गई राहत सामग्री को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। पुलिस ने तहसीलदार से मिली शिकायत की जांच की और उसके आधार पर निर्मल सिंह मंड, सरबजीत सिंह बल, जोबनप्रीत सिंह ढिल्लों, गुरजीत सिंह चक्कोकी, रघबीर सिंह रवि, फुम्मन सिंह और कांग्रेसी नेता रछपाल सिंह बच्चाजीवी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। डीएसपी भुलत्थ करनैल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए किसानों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की जांच की जाएगी। इस बीच नडाला चौकी के बाहर विरोध में आए किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।  

इस दौरान भुलत्थ विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि वह बदले की भावना से बाढ़ राहत सामग्री चोरी करने के आरोप में भुलत्थ विधानसभा क्षेत्र के किसानों और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज किए गए पूरी तरह से झूठे केस की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि इन सभी लोगों ने बाढ़ राहत के लिए अपनी जेब से बहुत पैसा खर्च किया, लेकिन पुलिस ने सियासी दबाव में यह झूठा केस दर्ज किया है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।   

भाकियू कादियां के जिला अध्यक्ष जसबीर सिंह लिट्टां, ब्लॉक अध्यक्ष जोगा सिंह इब्राहिमवाल, जिला कमेटी सदस्य हैप्पी जुल्का, जिला महासचिव सरबजीत सिंह बाठ और अन्य ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की सेवा करने वालों के खिलाफ सियासी दबाव में यह कार्रवाई की गई है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस तरह संगठन और अन्य समाजसेवियों का मनोबल गिरेगा, जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा संघर्ष जारी रहेगा। 

इस प्रदर्शन में प्रीतम सिंह चीमा, अवतार सिंह वालिया, बिक्कर सिंह मान, हरजिंदर सिंह साही, पार्षद संदीप पसरीचा, इंद्रजीत सिंह खख, गुरप्रीत सिंह पड्डा, गुरप्रीत सिंह वालिया, जसविंदर सिंह माना तलवंडी, जोगिंदर सिंह बागड़ीयां, लखवीर सिंह मकसूदपुर, गुरविंदर सिंह तूर, अमरीक सिंह लवली, सरपंच बलविंदर सिंह इब्राहिमवाल, बलबीर सिंह भक्कूवाल, जसवंत सिंह मेंबर, नसीब शर्मा, सुखदेव सिंह बिट्टू बाजवा, मनजीत सिंह, अमरीक सिंह रावां, निशान सिंह इब्राहिमवाल, गुरमुख सिंह भक्कूवाल, चंचल सिंह, टहल सिंह इब्राहिमवाल समेत बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।  

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