ब्रेकिंग न्यूज़

किसानों की ज़मीनें फिर से खेती योग्य बनाने पहुँचा ट्रैक्टरों का “सैलाब” ....

- संत सीचेवाल की अपील का असर - दानी सज्जन डीज़ल लेकर पहुँचने लगे 

- खाने-पीने की वस्तुओं से पीड़ितों ने खुद ही कर ली तौबा  

- किसानों की ज़मीनें खेती योग्य बनाने के लिए ट्रैक्टर कराहे, डीज़ल की भारी ज़रूरत  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

बाऊपुर मंड क्षेत्र में बाढ़ के कारण किसानों के खेतों में चढ़ी रेत और गाद को हटाने के लिए बड़ी संख्या में चल रहे ट्रैक्टर एक अलग ही नज़ारा पेश कर रहे हैं। पंजाब के विभिन्न जिलों से युवा ट्रैक्टर लेकर यहाँ पहुँचे हैं। खेतों से रेत हटाने के लिए एक ही समय में 75 से अधिक ट्रैक्टर धूल उड़ाते नजर आ रहे हैं।  

राज्यसभा सांसद और पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा पंजाब भर के लोगों से डीज़ल लाने की की गई अपील का प्रभाव अब स्पष्ट दिखने लगा है। बाऊपुर मंड इलाके में खेत समतल करने के लिए आने वाले युवा 15 से 20 ट्रैक्टरों का जत्था लेकर आ रहे हैं। साथ ही वे अपने साथ 2000 से 3000 लीटर डीज़ल की क्षमता वाला टैंकर भी लेकर पहुँच रहे हैं। किसानों की मदद को आए ये युवा 3 से 4 दिन तक वहीं इलाके में डेरा डालकर रहते हैं और सुबह होते ही खेतों से रेत हटाने के काम में जुट जाते हैं। 

उल्लेखनीय है कि बाऊपुर मंड क्षेत्र में 10 अगस्त की रात अस्थायी बाँध टूटने से आई बाढ़ ने 17 गांवों की धान की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया था। इस क्षेत्र में कुल 3500 एकड़ धान की फसल थी, जो पूरी तरह से तबाह हो गई। बाऊपुर मंड में लगातार 30 दिनों तक पानी खड़ा रहा, जिससे न केवल फसलें बर्बाद हुईं, बल्कि किसानों के पशुधन को भी भारी नुकसान हुआ।  

आज गांव सिधवां के सरपंच सुखविंदर सिंह नेकी द्वारा 2300 लीटर डीज़ल की सेवा की गई। उन्होंने बताया कि राज्यसभा सांसद संत सीचेवाल की अपील से प्रेरित होकर विदेशों में बसे उनके बच्चों ने किसानों की मदद के लिए डीज़ल भेजने का फैसला किया था और आज 2300 लीटर डीज़ल बाऊपुर मंड पहुँचाया गया।  

इसी तरह कुछ दिन पहले बरनाला से 15 ट्रैक्टर, राजस्थान के लछमणगढ़ से मुस्लिम समुदाय द्वारा राशन और 50 हज़ार रुपए का डीज़ल, जालंधर से युवाओं द्वारा 600 लीटर डीज़ल और पशुओं के लिए 200 गठ्ठे चोकर, गांव भूतगढ़ जिला पटियाला, जैमल सिंह मोगा से, गांव मांगे बरनाला से, कपूरथला के गांव खीरांवाली, जहांगीर, नूरपुर, जिला संगरूर से, गांव चामीनाड़ा, लुधियाना तथा देश भर के कई अन्य स्थानों से लोग ट्रैक्टर और डीज़ल की सेवा लेकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुँच रहे हैं।  

No comments