कपूरथला साइंस सिटी द्वारा रोबोट चैम्पियनशिप का आयोजन ....
- चैंपियनशिप में रॉबॉटों का शक्ति प्रदर्शन, GANA यूनिवर्सिटी फगवाड़ा ने जीता पहला इनाम
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
इंजीनियर दिवस के मौके पर पुष्पा गुजरल साइंस सिटी द्वारा पोलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों के लिए एक रोबोट चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। इंजीनियर दिवस हर साल 15 सितंबर को भारत रत्न माननीय मोक्शगंडम वैश्वर्या के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस चैम्पियनशिप में पहला और तीसरा इनाम (7000 और 3000 रुपये) जी.ए.एन.ए यूनिवर्सिटी फगवाड़ा ने जीता, जबकि बाबा बंदा सिंह बहादर इंजीनियरिंग कॉलेज फतहगढ़ साहिब ने 5000 रुपये का दूसरा नकद इनाम हासिल किया।
इस अवसर पर पंजाब के विभिन्न तकनीकी कॉलेजों के 300 से अधिक छात्रों ने नवीनता, तकनीकी कौशल और एकता का प्रदर्शन किया। इस चैंपियनशिप के माध्यम से इंजीनियरिंग के छात्रों को रोबोट बनाने, संचालित करने के कौशल, रचनात्मकता और मिलकर काम करने की भावना का प्रदर्शन करने के लिए एक सक्रिय मंच प्रदान किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने तकनीकी चुनौतियों से भरपूर धरती पर रॉबोट चला कर अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया।
इस मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए साइंस सिटी के डायरेक्टर डॉ. राजेश ग्रोवर ने रोबोट की संशोधित और उद्योगों में उसकी परिवर्तनशील भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि हम आज रोबोट की दुनिया में रह रहे हैं, और रोबोट के साथ जहाँ औद्योगिक क्षेत्र में काम करने के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं, वहीं इसने हमारी जिंदगी को भी नया आकार दिया है।उन्होंने कहा कि रोबोट आज हर क्षेत्र का अनिवार्य अंग बन चुका है। उत्पादन, सुरक्षा और कौशल में रोबोट का कोई मुकाबला नहीं है।
उन्होंने बताया कि रोबोट के आने से मानवता के जानमाल के नुकसान के खतरे भी कम हो गए हैं, क्योंकि रोबोट संकटमय और खतरनाक वातावरण जैसे परमाणु ऊर्जा प्लांटों और गहरे पानी के नीचे बिना किसी रुकावट के काम कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि रोबोट बिना थके लगातार दिन-रात काम कर सकते हैं, जिससे उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ जटिल और रचनात्मक काम को कुशलता से करने की क्षमता भी विकसित होती है। इस चैंपियनशिप के माध्यम से इंजीनियरिंग की अगली पीढ़ी के युवा इंजीनियरों को अपने ज्ञान और युक्तियों को लागू करने के लिए प्रतिस्पर्धा और सहयोग का भरपूर माहौल प्रदान किया। इस अवसर पर एन.आई.टी जलंधर के सहायक प्रोफेसर अफ़ज़ल सिकंदर ने रोबोटों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।
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