ब्रेकिंग न्यूज़

खेतीबाड़ी विभाग ने सबसिडी वाली यूरिया का दुरुपयोग करनेवाली फैक्टरी पर FIR दर्ज,...

- रात के समय जनरेटर चला कर किया जाता था प्रयोग, यूरिया के भरे 95 बोरे भी किए बरामद  

- सबसिडी वाली यूरिया के व्यापक प्रयोग विरुद्ध होगी सख्त कार्रवाही, जांच के लिए खेतीबाड़ी विभाग की विशेष टीमों का गठन  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी कपूरथला डॉ.हरकमल प्रितपाल सिंह भरोत की अगुवाई में खेतीबाड़ी विभाग की विशेष टीम ने फगवाड़ा में खेती क्षेत्र के लिए उपलब्ध सबसिडी वाली यूरिया के प्रयोग करने वाली फैक्टरी के मालिकों विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। 

डॉ.भरोत ने बताया कि गठित की गई स्पेशल टीम जिसमें खेतीबाड़ी अधिकारी कपूरथला डॉ.गुरविंदर सिंह, खेतीबाड़ी अधिकारी कपूरथला डॉ.विशाल कौशल, खेतीबाड़ी अधिकारी फगवाड़ा डॉ.परमजीत सिंह, खेतीबाड़ी विकास अधिकारी सुल्तानपुर लोधी डॉ.जसपाल सिंह व एएसआई कपूरथला हरीश सिंह शामिल थे। विशेष टीम की ओर से ब्लॉक फगवाड़ा के गांव खाटी में मैस सत्यम इंडस्ट्री की ओर से सबसिडी वाली यूरिया के दुरुपयोग करते हुए पकड़ा गया। 

डॉ.भरोत ने बताया कि खेतीबाड़ी की टीम, जीएसटी की टीम व पुलिस पार्टी की ओर से मौके पर 95 बैग भरे हुए सबसिडी वाला यूरिया व 135 खाली बैग सबसिडी वाला यूरिया के जब्त कर उनका सैंपल भर कर खाद टेस्ट लैबोट्ररी को भेजे गए है। जब्त किए गए यूरिया के भरे व खाली बैग थाना सदर फगवाड़ा को हैंड ओवर करते हुए फैक्टरी के मालिक मनोज ढींगरा निवासी राजस्थान व महेश लाल निवासी हरियाणा के खिलाफ खाद कंट्रोल आर्डर 1985 व जरुरी वस्तुएं एक्ट 1955 की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया गया है। 

उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में सिर्फ नॉन टेक्निकल ग्रेड के यूरिया का ही प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन इनके द्वारा सबसिडी वाले यूरिया का प्रयोग किया जा रहा था। यह फैक्टरी दिन के समय बंद रखी जाती थी और देर रात को जनरेटर की मदद से चलाई जा रही थी। ताकि किसी को भी इसकी  भनक न लग सके। फैक्टरी में यूरिया फॉर्मेल्डिहाइड रेशन बनाया जाता है। जिसका प्रयोग आगे अलग-अलग प्रोडक्ट्स में जैसे किए फैवीकोल, प्लाईवुड आदि में किया जाता है। यूरिया फॉर्मेल्डिहाइड रेशन बनाने में और केमिकल के साथ यूरिया का प्रयोग भी किया जाता है। 

बता दें कि इंडस्ट्री के प्रयोग के लिए टेक्निकल ग्रेड का यूरिया जोकि बिना सबसिडी पर होता है, फुल रेड पर काफी महंगा होता है। जबकि खेतीबाड़ी में प्रयोग वाला यूरिया सबसिडी पर होने कारण सस्ता होता है। इसलिए अधिक मुनाफे के लिए सबसिडी वाली यूरिया का दुरुपयोग चोरी छिपे किया जा रहा था। इसके साथ ही जीएसटी की इंटेलिजेंस विंग लुधियाना द्वारा छापेमारी करके जीएसटी की चोरी को भी पकड़ा गया है। 

No comments