केंद्र दवारा पंजाब के लाखो राशन कार्ड काटे जाने का AAP नेताओ ने किया विरोध ....
- कपूरथला जिले के चारो हलका प्रभारिओ ने केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
- माझा, मालवा और दोआबा के लाखों परिवार होंगे प्रभावित
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
केंद्र की भाजपा सरकार दवारा पंजाब के 8 लाख से अधिक राशन कार्ड काटे जा रहे हैं। जिससे गरीब परिवारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए AAP सरकार पंजाबीओ के हको के लिए हमेशा तत्पर रहते हुए डटकर मुकाबला करेगी। यह दावा आज जिले के चारो ब्लॉक के हल्का इंचार्जो ( कर्मबीर सिंह चंदी, सज्जन सिंह चीमा, हरसिमरत सिंह और हरनूर सिंह मान ) ने एक प्रेस वार्ता में किया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर पंजाबियों को धमकाने के गंभीर आरोप भी लगाए है।
उक्त नेताओ ने कहा कि भाजपा के नेताओ दवारा KYC की आड़ में 23 लाख कार्ड पहले ही काटे जा चुके हैं और अब 8 लाख और काटे जा रहे हैं। इन 8 लाख कार्डो के कटने से लगभग 32 लाख लोग प्रभावित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावा "माझा ज़ोन में 7,66,480, दोआबा में 5,52,836 और मालवा में 20,48,000 कार्ड काटने की तैयारी है।"
वहीँ कपूरथला जिले में ही 66000 राशन कार्ड काटे जाने का खतरा है। जिसके लिए केंद्र सरकार KYC न होने का बहाना बना रही है। नेताओ ने यह भी कहा कि कितनी आश्चर्यजनक बात है कि एक तरफ केंद्र सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का दावा करती है। लेकिन पंजाब के 11 लाख राशन कार्ड काटकर लाखों लोगों की रोटी की सहूलत को बंद करने की घिनौनी साजिश कर रही है।
उक्त नेताओ ने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है, लेकिन केंद्र सरकार सुविधाएँ देने की बजाय लोगों से छीन रही है। उन्होंने ऐलान किया कि "ज़रूरत पड़ने पर पंजाबीओ के हको के लिए AAP सड़कों पर उतरकर लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष भी करेगी।
फगवाड़ा के हलका इंचार्ज हरनूर सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग गांव गांव में कैंप लगाकर लोगों तक पहुँच बनाने का प्रयास कर रही है। और निजी लोगो दवारा पंजाबियों का डडाटा चुराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र पंजाब का GST का पैसा भी नहीं लौटा रहा है। आम आदमी पार्टी आम लोगों की पार्टी है और यह केंद्र सरकार को पंजाब के जरूरतमंद लोगों के साथ यह अन्याय करने की कतई इजाजत नहीं देगी। इस मौके पर उनके साथ सुखवंत सिंह पड्डा और AAP के मीडिया इंचार्ज इंदरजीत सिंह जुगनू आदि भी मुजूद थे।



















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