कपूरथला पुलिस ने 4 माह पहले बेईं से मिले शव का केस सुलझा, आरोपी गिरफ्तार ....
- मृतक के शव को करतारपुर से कार में डालकर कपूरथला में काली बेईं में फेंका
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
कपूरथला के गांव भवानीपुर के नजदीक 4 माह पहले बेईं में मिले युवक के शव मामले को जिला पुलिस ने सुलझाने के दावा किया है। जिसमे मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसकी पुष्टि SHO कोतवाली हरिंदर सिंह ने भी की है।
कोतवाली SHO इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह बताया कि अप्रैल माह के अंत में गांव भवानीपुर के नजदीक काली बेईं में एक युवक का शव तैरता हुए मजला था। जिसमे एक मई 2025 को थाना कोतवाली में FIR दर्ज कर जाँच शुरू की गई थी। मृतक की पहचान तरनजीत सिंह वासी केसरपुर के ररूप में हुई थी।
उन्होंने बताया कि जसबीर कौर पत्नी जसवंत सिंह वासी केसरपुर कपूरथला ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसका बेटा तरनजीत सिंह 28 अप्रैल 2025 को दुबई सैलून करतारपुर में अपने काम से गया था। लेकिन वह घर वापस नहीं लौटा। उसे पता चला कि उसके बेटे की हत्या कर दी गई है और उसका शव काली बेईं गांव भवानीपुर में फेंक दिया गया है। जिस पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
जांच के दौरान पुलिस ने मृतक तरनजीत सिंह और उसके दोस्तों के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल की जाँच की। कॉल डिटेल के आधार पर दीपक पुत्र हरमेस लाल वासी गांव पारा थाना करतारपुर से पूछताछ की गई। उसे 30 मई गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान दीपक ने स्पष्ट कर दिया कि हरनेक सिंह पुत्र कुलवंत सिंह गांव कोट करार खान कपूरथला को 02-06-25 को मामले में नामजद किया गया।
शिकायतकर्ता जसबीर कौर ने पुलिस को यह भी बताया कि अब उसे पता चला है कि आरोपी दीपक का दोस्त साजनप्रीत सिंह पुत्र सरवन सिंह वासी बुरेवाल कपूरथला, जिसने उसके बेटे की हत्या की थी, वह भी इस घटना में शामिल है और उन्होंने मिलकर उसके बेटे तरनजीत सिंह के शव को स्विफ्ट कार (PB-08-CB-3009) में डालकर भवानीपुर के पास काली बेईं में फेंक दिया है।
पुलिस ने जब साजनप्रीत सिंह से पूछताछ की तो साजनप्रीत सिंह ने सारा खुलासा करते हुए बताया कि तरनजीत सिंह, जो दीपक का दोस्त था और खुद भी नशा करता था। मुझसे कई बार मिला और हमने कई बार साथ बैठकर नशा किया। मैं और तरनजीत सिंह मेरे घर पर साथ में नशा कर रहे थे। तभी तरनजीत सिंह को बहुत ज्यादा नशा हो गया और वह बोल नहीं पा रहा था और उसकी दिल की धड़कन भी बंद हो गई।
सजनप्रीत ने यह भी बताया कि उसने अपनी स्विफ्ट कार लेकर पाड़ा गांव गया और जब वह गांव पहुंचा तो देखा कि तरनजीत सिंह की सांसें नहीं चल रही थीं। तब दीपक ने मुझसे कहा कि इसे यहां से ले जाओ और मैंने अपना फोन वहीं छोड़ दिया ताकि मेरे फोन की लोकेशन उक्त गांव की रेंज में न आए और फिर हम तरनजीत सिंह के स्कूटर जिस पर वह आया था, पर सवार होकर करतारपुर रोड पर बन रहे हाईवे वाटरवे पर ले गए, जो अभी बंद पड़ा है। वहां एक पुल है। फिर हमने तरनजीत सिंह की लाश को स्विफ्ट कार (PB-08-CB-3009) में डाला और देर रात भवानीपुर में काली बेईं में फेंक दिया।
घटना की जाँच दौरान 21 अगस्त को साजनप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया। जिसे अदालत में पेश कर 02 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। दौराने पूछताछ में उसके द्वारा की गई पूछताछ से पता चला कि वारदात जानबूझ कर की गई थी तथा वारदात में उपयोग की कार भी जब्त कर ली गई।



















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