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NREU का 5वां जोनल त्रैवार्षिक अधिवेशन संपन्न, कर्मचारी हितों की रक्षा का लिया संकल्प .....

- RCF एम्पलाइज यूनियन के नेतृत्व में कर्मचारियों ने की भागीदारी   

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

नॉर्दर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन (NREU) का बहुप्रतीक्षित पांचवां जोनल त्रैवार्षिक अधिवेशन जालंधर में बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, देश के विभिन्न मंडलों जैसे फिरोजपुर, दिल्ली, मुरादाबाद, लखनऊ और अंबाला मंडल के साथ-साथ आरसीएफ कपूरथला और डीएमडब्ल्यू पटियाला से 300 से अधिक रेलवे कर्मचारियों ने भाग लिया। अधिवेशन में AICCTU के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिन्होंने कर्मचारियों के संघर्ष को अपना समर्थन दिया।  

अधिवेशन के दौरान, IREF के राष्ट्रीय महासचिव सर्वजीत सिंह ने उपस्थित सभी कर्मचारियों को OPS की बहाली का आश्वासन दिया और रेलवे के निजीकरण व आउटसोर्सिंग को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए OPS की बहाली अत्यंत आवश्यक है।

फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के एडिशनल सेक्रेटरी, कामरेड भरत राज जी ने अपने क्रांतिकारी भाषण से कर्मचारियों में जोश भर दिया। उन्होंने कर्मचारियों के साथ हो रहे भेदभाव को उजागर किया और 09 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी हड़ताल में सरकार के साथ "ईंट से ईंट बजाने" का आह्वान किया. उनके ओजस्वी भाषण ने कर्मचारियों को अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर कामरेड अमरीक सिंह और जोनल कोषाध्यक्ष ने NREU यूनियन की वार्षिक रिपोर्ट और फंड की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की, जिससे संगठन की पारदर्शिता और वित्तीय स्थिति स्पष्ट हुई। 

अधिवेशन में सर्वसम्मति से नई जोनल कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें कामरेड मनीष हरिनंदन जी को जोनल सचिव, कामरेड नरेंद्र पाल जी को जोनल प्रेसिडेंट और हरेंद्र कुमार जी को जोनल कोषाध्यक्ष के रूप में चुना गया। इनके साथ-साथ 19 जोनल कार्यकारिणी सदस्यों की भी सर्वसम्मति से घोषणा की गई। यह नई कार्यकारिणी NREU के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने और कर्मचारियों के अधिकारों के लिए संघर्ष को और मज़बूत करने का कार्य करेगी। 

NREU यूनियन कर्मचारियों के अधिकारों के लिए सदैव संघर्षरत रही है। इस अधिवेशन में भी प्रमुखता से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आवाज़ उठाई गई, जिनमें नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और यूनिफॉर्म पेंशन सिस्टम (UPS) से जुड़े मुद्दे, रेलवे के निजीकरण के खिलाफ आवाज़ बुलंद करना और हाल ही में लागू किए गए चार लेबर कोड्स का विरोध शामिल रहा। NREU का मानना है कि ये नीतियां कर्मचारियों के भविष्य और उनकी सामाजिक सुरक्षा पर सीधा नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं।

इंडियन रेलवे एम्प्लॉइज फेडरेशन (IREF) के साथ मिलकर, NREU ने लगातार कर्मचारियों के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए अथक प्रयास किए हैं। अधिवेशन में रेलवे में खाली पदों पर तत्काल भर्ती करने, नाइट ड्यूटी भत्ते की सीलिंग समाप्त कर सभी को रात्रि भत्ता देने और बोनस की राशि वर्तमान पे बैंड के आधार पर निर्धारित कर भुगतान करने जैसी प्रमुख मांगों को भी प्रमुखता से उठाया गया। यह अधिवेशन भी उसी कड़ी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां संगठन द्वारा कर्मचारियों की आवाज को और अधिक बुलंद किया गया तथा सरकार और रेलवे प्रशासन से उनकी मांगों को पूरा करने का आह्वान किया गया। 

इस अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा करना, भविष्य की रणनीति तैयार करना और रेलवे कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए एक मजबूत और एकीकृत आंदोलन को आकार देना रहा। नॉर्दर्न ज़ोन के सभी मंडलों के कर्मचारी इस अधिवेशन को एक अवसर के रूप में देख रहे हैं ताकि वे अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन कर सकें और यह सुनिश्चित कर सकें कि उनकी आवाज अनसुनी न रहे।

इस महत्वपूर्ण अधिवेशन में कामरेड संजीव कुमार सक्सेना जी, हरेंद्र कुमार शर्मा जी, महावीर सिंह जी, मुकेश सैनी, हरेंद्र सिंह, चंदन सिंह, देवकांत कृष्णा, वीरेंद्र कुमार, महेश चंद मीना जी, महेश करतारपुर, मनीष जी, अमरसिंह जगाधरी, मुकेश मीणा, भूपेंद्र, सुरेंद्र मलिक, सुनील, पंकज चोपड़ा, रतन, सहित 300 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया.इसके अतिरिक्त, आज 50 से अधिक नए साथियों ने NREU यूनियन का दामन थामा, जो संगठन की बढ़ती ताकत और लोकप्रियता का प्रमाण है। यह अधिवेशन रेलवे कर्मचारियों के लिए एक नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगा, जिससे उनके संघर्ष को और अधिक बल मिलेगा।  

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