ब्रेकिंग न्यूज़

RCFEU का जन जागरण अभियान --- उत्पादन बढ़ाने को लेकर आउटसोर्सिंग की साजिश का करेंगे विरोध -- अमरीक सिंह

- 1 मई जंतर मंतर पर होने वाले OPS बहाली अभियान में RCF के सैकड़ो कर्मचारी होंगे शामिल  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में आज RCFEU के तत्वावधान में एक व्यापक जन जागरण अभियान चलाया गया। इस दौरान फैक्ट्री के वर्तमान हालात और कर्मचारियों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। यूनियन के आह्वान पर बोगी शॉप में कर्मचारियों ने एकजुट होकर पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए और नई पेंशन योजना एवं यूपीएस के विरोध में जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया, जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। 

RCFEU के कार्यकारी अध्यक्ष मंजीत सिंह बाजवा ने कहा कि संगठन हमेशा से कर्मचारियों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए अग्रणी रहा है। उन्होंने RCFEU के ऐतिहासिक संघर्षों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन्हीं संघर्षों के परिणामस्वरूप RCF को भारतीय रेलवे का स्वर्ग कहा जाता है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि संघर्ष ही एम्पलाइज यूनियन का दूसरा नाम है। हालांकि उन्होंने RCF प्रशासन द्वारा 3000 कोच उत्पादन के नाम पर आउटसोर्सिंग की जा रही गहरी साजिश पर चिंता व्यक्त की और इस मंच से इसका पुरजोर विरोध किया। बाजवा ने सामग्री की कमी की समस्या की ओर भी प्रशासन का ध्यान दिलाया और चेतावनी दी कि यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन करने की आवश्यकता होगी।

फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आरसीएफ एम्पलाइज यूनियन के अध्यक्ष अमरीक सिंह ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि पुरानी पेंशन योजना बहाल होने तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि पूरे भारतीय रेलवे में एनपीएस/यूपीएस के खिलाफ कर्मचारियों में व्यापक आक्रोश है और इस अन्याय के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बज चुका है। सिंह ने कहा कि आरसीएफ प्रशासन कोच उत्पादन बढ़ाने के नाम पर आउटसोर्सिंग बढ़ाने की गहरी साजिश कर रहा है जिसे RCFEU कभी सहन नहीं करेगी।  

उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग बढ़ाने के बजाय आरसीएफ में ग्रुप सी एवं डी के खाली पड़े 1547 पदों को तुरंत प्रभाव से नहीं भर्ती के द्वारा भरा जाए तथा RRC से लेवल वन के कर्मचारी जो असिस्टेंट वर्कशॉप के पद पर आए थे उन्हें ऑफिस असिस्टेंट, HA इत्यादि का कार्य करवाया जा रहा है उन्हें तुरंत प्रभाव से वर्कशॉप में भेज कर उनसे प्रोडक्शन में कार्य लिया जाए, इसी तरह सिविल व इलेक्ट्रिकल विभाग में कार्यरत टेक्नीशियन कर्मचारी को भी प्रोडक्शन क्षेत्र में भेजकर उनसे कोच उत्पादन का कार्य लिया जा सकता है जो प्रशासन नहीं कर रहा, प्रशासन के इस उदासीन रवैया तथा अन्य मुद्दों को लेकर आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन द्वारा 22 अप्रैल से लेकर 29 अप्रैल तक जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है, अगर फिर भी आरसीएफ प्रशासन इस पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है तो आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन कर्मचारियों को साथ लेकर बड़े संघर्ष का रास्ता तैयार करेगी। 

इस विरोध प्रदर्शन में यूनियन के अतिरिक्त महासचिव अमरीक सिंह, भरत राज, त्रिलोचन सिंह, सरपरस्त परमजीत सिंह खालसा, अमरीक सिंह गिल, विचितर सिंह, नरेंद्र कुमार, अरविन्द कुमार साह, जगतार सिंह, अनिल कुमार, बलजिंदर पाल, जगदीप सिंह, प्रदीप सिंह, साकेत यादव, शिवराज मीणा, प्रकाश चंद मीणा, संदीप कुमार, अवतार सिंह, हरप्रीत सिंह, अश्वनी कुमार, सनोज यादव, सनी, रोनित, सुभाष, सुरेंद्र कुमार, विकासमनी सहित सैकड़ों कर्मचारियों और यूनियन की पूरी कार्यकारिणी ने सक्रिय रूप से सहयोग दिया। 

No comments