कपूरथला वासी व्यक्ति से लोन दिलाने के नाम पर हजारों की ठगी ....
- पीड़ित ने थाने में दर्ज कराई शिकायत, आरोप -- ऋण भी नहीं दिया और प्रोसेसिंग फीस के रूप के हजारो रूपये हड़पे
खबरनामा इंडिया बबलू। पंजाब
कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी से एक कंपनी द्वारा एक व्यक्ति को 5 लाख रुपये का ऋण देने का झांसा दे कर हज़ारो की धोखाधड़ी करने की खबर है। पीड़ित का आरोप है कि उसके नाम पर लाखों रुपये का ऋण जारी कर एक फर्जी कम्पनी फरार हो गई है। वहीँ पीड़ित व्यक्ति की शिकायत के बाद पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। इसकी पुष्टि DSP सुल्तानपुर लोधी गुरमीत सिंह ने की है।
बता दें कि जालसाजों ने पहले पीड़ित को झांसे में लेकर उसके दस्तावेज जमा करवाए और फिर फर्जी फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने का दावा किया और लोन दिलाने के नाम पर उससे हजारों रुपए ठग लिए। फिलहाल, वह अपना कार्यालय बंद कर लापता हो गए हैं।
पीड़ित ओम प्रकाश धीर पुत्र रूपलाल मोहल्ला दीवाना सुल्तानपुर लोधी ने मिडिया को बताया कि कुछ समय पहले कुछ लोगो ने मनी फाइनेंस के नाम से सुल्तानपुर लोधी में विज्ञापन बांटे थे, जिसमें 3 दिन के अंदर बैंक लोन दिलाने का दावा किया गया था। पीड़ित ने कहा कि उसे भी कुछ पैसों की जरूरत थी। इसलिए उसने भी उनका विज्ञापन पढ़कर उनसे संपर्क किया। उक्त कंपनी ने सिविल अस्पताल के सामने एक दुकान किराये पर लेकर अपना कार्यालय शुरू किया।
पीड़ित ने बताया कि उक्त कंपनी ने उसको 10 लाख रुपए कर्जा देने का प्रोसेस शुरू किया और पंजीकरण शुल्क के रूप में 1630 रुपये नकद लिए थे। जिसके लिए मुझे कोई रसीद नहीं दी गई। इसके बाद उसने मुझसे कोर्ट फीस के लिए 15700 रुपए लिए। तीन दिन बाद उन्होंने मुझसे फिर 28650 मांगे और बताया की आपका लाख का लोन पास हुआ है। उसने यह रूपये उसने उनके QR कोड से भेज दिए। उन्होंने बताता कि 28650 रूपये 5 लाख के साथ ही आपके खाते में आ जायँगे। इसके बाद मुझे 5,28,650 का मैसेज भी मिला।
इसके बाद उन्होंने मुझसे तीन चेक लिए, जिसमें 2 कैंसल चेक और एक 1150 रुपए का चेक शामिल था। फिर 2-3 दिन बाद मुझे उनका फोन आया और उन्होंने कहा कि पैसा जल्द ही आपके खाते में जमा कर दिया जाएगा। इसके बाद अब वह कार्यलय बंद कर फरार हो गए हैं। पीड़ित ने कहा कि उन्होंने उसके साथ 47 हज़ार की धोखाधड़ी की है।
पीड़ित ने बताया कि उन्हें पता चला है कि जिस दुकान में कम्पनी ने कार्यलय खोला था, उसके मालिक का उनके साथ कोई एग्रीमेंट भी नहीं था। जिससे शक है कि उक्त मालिक भी धोखेबाजों के साथ मिला है। पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में धोखेबाजो के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वही फाइनेंस कंपनी के लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनके मोबाइल स्विच ऑफ थे।
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