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अमेरिका से डिपोर्ट हुए दो चचेरे भाइयो को पुलिस ने किया काबू ....

- 2 वर्ष पुराने हत्या मामले में थे आरोपी, डंकी रूट से गए थे अमेरिका  

खबरनामा इंडिया बबलू। पंजाब    

अमेरिका से डिपोर्ट होकर देर रात पंजाब पहुंचे 116 लोगों में से 2 चचेरे भाइयों को पुलिस ने काबू करने की खबर है। दोनों पर 2 वर्ष पहले एक हत्या का मामला दर्ज है। बताया जा रहा है कि सजा से बचने के लिए दोनों डंकी रूट से अमेरिका गए थे।  

काबू किये दोनों भाइयों की पहचान संदीप और प्रदीप वासी राजपुरा के रूप में हुई है। हालांकि इनके परिजनों का कहना है कि उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है। पटियाला पुलिस दवारा काबू किये दोनों भाइयों को आज अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की जायगी।  

जानकारी अनुसार वर्ष 2023 में 25 जून को पटियाला के राजपुरा सिटी थाने में दर्ज FIR के अनुसार शिकायत कर्ता हरमनजोत ने पुलिस को बताया कि वह दाना मंडी के नजदीक रेहड़ी लगता है। वहां 25 जून की देर रात हसमुख सिंह उनकी रेहड़ी पर आया। और वह उससे बिना वजह बहस करने लगा। पास खड़े उनके रिश्तेदार और दोस्तों ने उसे समझाया लेकिन हसमुख सिंह नहीं माना। उसने अपने दोस्तों संदीप सिंह उर्फ सनी और सुखदेव सिंह को बुला लिया। यह लोग स्विफ्ट कार और स्कॉर्पियो में कुछ अन्य लोगों को भी लेकर आए।  

शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपियों के हाथ में तलवारें थीं। इन तलवारों से आरोपियों ने हरमनजोत के भाई सचंदर सिंह और फूफा सरवन सिंह पर हमला कर दिया। हालांकि उन्होंने उस समय सिर्फ हाथापाई की थी। इसके बाद सभी धमकिया देते हुए वहां से चले गए थे। घटना के कुछ देर बाद ही आरोपी वहां फिर आ गए और तलवारों से सचंदर सिंह और सरवन सिंह पर हमला कर दिया। इसमें दोनों घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। वहां सरवन सिंह को डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। 

इस घटना में दोनों भाइयों पर आरोप है कि यह गांव ढींडसा के रहने वाले हसमुख के साथ दाना मंडी पहुंचे थे। यहां फल विक्रेताओं के साथ हुए झगड़े में यह दोनों साथ थे। हसमुख के कहने पर ही संदीप और प्रदीप तलवारें लेकर दाना मंडी पहुंचे थे।  

वहीँ दोनों आरोपियों के पारिवारिक सदस्य सतनाम सिंह के अनुदसर आज सुबह ही सूचना मिली थी कि अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए प्रदीप और संदीप घर नहीं पहुंचे हैं। परिवार दोनों के आने का इंतजार कर रहा था। बाद में पता चला कि दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। परिवार ने दोनों को झूठे केस में फंसाने की बात भी कही है। 

परिवार ने यह भी बताया कि दोनों को बाहर भेजने के लिए 1.20 करोड़ रुपए खर्च किए थे। पैसे लेने से पहले एजेंट ने साफ और सही रूट से भेजने की बात कही थी। लेकिन उनके दोनों लड़को को जंगल के रास्ते भेजा गया है। वहीँ 2 वर्ष पहले हुए झगड़े पर भी सतनाम सिंह ने कहा कि झगड़े में दोनों को फंसाया गया है। इस केस में स्विफ्ट गाड़ी के कारण दोनों के नाम सामने आए थे। जो पुलिस ने गाड़ी उनके घर से बरामद की थी।

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