लुधियाना के बुड्ढे दरिया की कार सेवा की चर्चा कनाडा में ....
- पवित्र वेईं की कार सेवा की 25वीं वर्षगांठ के समारोहों में शामिल होने का निमंत्रण
- प्रवासी पंजाबियों द्वारा संत सीचेवाल को सहयोग देने का आह्वान
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल के कनाडा दौरे दौरान गुरुद्वारों में आयोजित कार्यक्रमों में बुड्ढे दरिया के प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन के पंजाब की खेती पर प्रभाव और पंजाब की सुखी नदियों व दरिया की चर्चा हुई। उन्होंने गुरुद्वारों में किए गए धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल प्रवासी पंजाबियों को पवित्र वेईं की 25वीं वर्षगांठ के समारोहों में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया। और उपस्थित संगतों को सीचेवाल ने बताया कि पवित्र वेईं की कार सेवा के माध्यम से इतनी सफाई हो गई है कि इसका टीडीएस लेवल अब 125 तक आ गया है।
वहीं कनाडा में रहने वाले प्रवासी पंजाबियों ने समस्त पंजाबवासियों से अपील की कि प्रदूषण के खिलाफ संत सीचेवाल द्वारा शुरू की गई इस लड़ाई में बढ़-चढ़कर सहयोग दें।
संत सीचेवाल ने संगतों को यह भी बताया कि सभी के सहयोग से पंजाब के सबसे प्रदूषित बुड्ढे दरिया को पवित्र वेईं की तरह साफ करने की कार सेवा शुरू की गई है, जो पवित्र वेईं की तरह ही श्री गुरु नानकदेव जी के चरण स्पर्श प्राप्त है। लुधियाना के गौघाट स्थान पर सन 1515 में गुरु साहिब ने कदम रखा था। वहां की संगतों ने बुड्ढे दरिया द्वारा हो रही तबाही से बचाने के लिए बिनती अरदास की थी। साखी के अनुसार गुरु साहिब ने यह वचन दिया था कि यह दरिया यहां से बुड्ढा होकर चलेगा और सात कोस दूर जाएगा।
संत सीचेवाल ने बताया कि संगतों के सहयोग से चल रही कार सेवा के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुड्ढे दरिया के ग्रामीण इलाकों में 79 डेयरियों का गंदा पानी आ रहा था। इसमें 8 गांवों का गंदा पानी बह रहा था। उन्होंने बताया कि 8 गांवों के गंदे पानी का प्रबंध सीचेवाल मॉडल के तहत किया गया। 79 डेयरियों में से अधिकांश गंदगी को बंद करवा दिया गया है।
कनाडा में रहने वाले पंजाबियों ने जहां संत बलबीर सिंह सीचेवाल का दिल से स्वागत किया, वहीं पंजाब की नदियों और दरियाओं को साफ करने के लिए चलाए जा रहे अभियान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। सभी प्रवासी पंजाबियों को एकजुट होने का आह्वान करते हुए प्रबंधकों ने कहा कि सोशल मीडिया पर सिख समुदाय के नेताओं द्वारा की जा रही किरदारकुशी से बचने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे समग्र समुदाय की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है।
इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधकों ने संत सीचेवाल का इस बात के लिए भी धन्यवाद किया कि उन्होंने सीचेवाल मॉडल के माध्यम से गांवों से गंदे पानी की निकासी का पक्का प्रबंध किया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कारसेवा संत सीचेवाल की पंजाब को बहुत बड़ी देन है।
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