अमेरिका से डिपोर्ट हुए पंजाबीओ में से कपूरथला के मां-बेटा सहित 3 लोग सकुशल पहुंचे घर .....
- लीगल तौर पर US जाने की गई कोशिश, लेकिन नही लगा वीज़ा, फिर गैर क़ानूनी रास्ता अपनाया
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
अमेरिका से डिपोर्ट हुए लोगों में कपूरथला के कस्बा बेगोवाल के गांव भादस से मां - बेटा सहित तीन लोगो को DSP दलजीत सिंह और DSP भुलत्थ करनैल सिंह के नेतृत्व में अमृतसर एयरपोर्ट से लेकर सकुशल उनके घर पहुँचा दिया है।
इस दौरान पीड़िता लवप्रीत कौर ने बताया कि वह एक जनवरी 2025 को अपने बेटे प्रभजोत सिंह के साथ अमेरिका गई थी। जो यूरोप से विभिन्न देशों से होते हुए 27 जनवरी को अमेरिका के कैंप में दाखिल हुए थे, जहां हमारी कोई भी बात नहीं सुनी गई और हमें इसका पता तब चला जब उन्हें सेना के विमान से 5 साल की प्रतिनियुक्ति पर अमृतसर भेज दिया गया। इसके अलावा गांव बरियार के हरप्रीत सिंह पुत्र गुरजंग सिंह को भी उसके घर पहुंचा दिया है।
गैर कानूनी ढंग से अमेरिका में हुए प्रवेश लोगों को नवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नई इमीग्रेशन पॉलिसी के इंडिया वापिस भेज दिया। जहां 5 फरवरी को अमेरिकी सेना जहाज के जरिए 104 भारतीय को अमृतसर के श्री गुर रामदास अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतारा गया। जिनमें कपूरथला जिलें के 6 लोग भी शामिल थे। सभी ने गैर कानूनी ढंग से अमेरिका पहुंचने के लिए 40 से 50 लाख रुपए खर्च किए थे। जहां पर उनकों रिफ्यूजी कैंप में रखा गया था। इनमें से कोई एक महीनें पहले ही यूएस पहुंचा था। लेकिन अब उनकों वापिस इंडिया भेज दिया गया है। वापिस आये लोगो के लाखों रुपए मिट्टी हो गए है।
इनमें भुलत्थ के गांव भदास की 30 वर्षीय महिला जोकि पहली जनवरी को अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ यूएस जाने के लिए रवाना हुई थी। 5 फरवरी को उसे भी डिपोर्ट कर वापिस इंडिया भेज दिया गया। जिसे देर रात को भुलत्थ के डीएसपी व एसएचओ द्वारा अमृतसर एयरपोर्ट से लेकर गांव भदास स्थित घर में पहुँचाया गया।
भुलत्थ के गांव भदास से पहली जनवरी 2025 को लवप्रीत कौर वह उसका बेटा प्रभजोत सिंह अमेरिका के लिए रवाना हुए थे। यूरोप के अलग-अलग देशों से होते हुए 27 जनवरी को वह अमेरिका के बेस कैंप में पहुंचे थे वहां पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। लवप्रीत कौर ने खुद माना कि उसने दो बार लीगल तौर पर US जाने की कोशिश की, लेकिन उसका वीजा नही लग रहा था। जिसके चलते उसने गैर कानूनी ढंग से US जाने का रास्ता अपनाया। अब उनको 5 साल के लिए डेपूटेशन लगाकर डिपोर्ट कर वापस इंडिया भेज दिया है। महिला व उसके परिवार वालों द्वारा यह बताने से इंकार कर दिया कि वह किस एजेंट के जरिए और कितने रुपए देकर US गए थे।
US से डिपोर्ट होकर आई महिला लवप्रीत कौर व उसका बेटा प्रभजोत सिंह को देर रात अपने गांव भदास पहुंचे। महिला ने बताया कि सेल्वाडोर, ग्वाटेमाला से होते हुए वह 27 जनवरी को रिफ्यूजी कैंप में पहुंचे थे। 4 फरवरी को कैंप में स्थित 104 लोगों को नजर बंद कर लिया गया। उसका फोन, कानों में पहनी हुई बालियां अादि ले ली गई। जिसके बाद उनके हाथों में हथ-कड़िया व पैरों में बेड़ियां पहना दी। सानू चोरी जहाज ते चढ़ा दित्ता। उनकों यह भी नही पता लगा कि उनकों इंडिया डिपोर्ट किया जा रहा है।
गांव बरियार के रहने वाले दो युवक अमन व हरमनप्रीत सिंह ने तथा उनके परिवार वालों ने मीडिया के सामने आने से मना कर दिया। बताया जा रहा है कि दोनों लाखों रुपए खर्च कर गैर कानूनी ढंग से अमेरिका पहुंचे थे। जहां पर अब उनकों डिपोर्ट कर वापिस इंडिया भेज दिया गया है।
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