संत सीचेवाल देश के पहले सांसद, जो ऐकसावेटर मशीन चलाकर दरिया की कर रहे है सफाई ....
- संत सीचेवाल देश की प्रदूषित नदियों में शामिल बुड्ढा दरिया को साफ करने का चला रहे हैं अभियान
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
बाबा नानक की चरण स्पर्श पवित्र काली वेंई को प्रदूषण मुक्त करने के बाद सांसद व पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने लुधियाना क्षेत्र में बुड्ढा दरिया को साफ करने हेतू भागीरथी प्रयास युद्ध स्तर पर जारी रखे हुए हैं। बता दें की संत सीचेवाल ने गंदे नाला बन चुकी काली वेंई को श्राप मुक्त करने के लिए 20 वर्ष से ज्यादा समय तक जो संघर्ष किया वह किसी घोर तपस्या से कम नहीं है। वर्तमान में पंजाब सरकार की और से पवित्र काली किनारे स्थापित आखिरी ट्रीटमेंट प्लांट के चालू होने और वेईं में निरंतर छोड़े जा रहे साफ पानी की बदौलत 165 किलोमीटर वाले वेंई क्षेत्र में साफ पानी की रवानगी है।
जानकारी अनुसार देश की प्रदूषित नदियों में से एक लुधियाना से गुजरने वाला बुड्ढा दरिया भी है जिसको साफ करने हेतू राज्यसभा सदस्य और पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसको लेकर विभिन्न बुद्धिजीवियों ने सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में किसी भी सांसद को ऐकसावेटर मशीन चलाकर दरिया की सफाई करते हुए नहीं देखा है और न ही आजाद भारत की राजनीति के 75 वर्षों के इतिहास में ऐसा वृतान्त कहीं पढ़ा है।
जाने-माने लेखक डॉ. स्वराज सिंह ने बताया कि वह संत बलबीर सिंह सीचेवाल को काफी समय से जानते हैं। संत सीचेवाल की 25 वर्षों की लंबी अवधि की कारसेवा में पवित्र काली वेंई को इतना साफ कर दिया है कि अब इसका पानी पीने योग्य बन गया है। काली वेंई की कारसेवा के शुरुआती दौर को याद करते हुए उन्होंने बताया कि संत सीचेवाल को पहली बार सुल्तानपुर लोधी में ट्रैक्टर और जेसीबी चलाते देखा था। उन्होंने कहा कि चूंकि अब संत सीचेवाल राज्यसभा के सदस्य हैं और वह बुड्ढा दरिया को साफ करने के ऐकसावेटर चला रहे हैं।
डॉ. स्वराज सिंह ने कहा कि उन्होंने देश के इतिहास में ऐसी घटना कभी नहीं देखी जिसमें कोई सांसद महोदय खुद ऐकसावेटर मशीन चलाकर दरिया की सफाई करते हुए मिले हों। आज पूरे देश वासियों को सासंद संत सीचेवाल पर गर्व महसूस होता होगा। डाक्टर स्वराज सिंह ने बताया कि वह करोना महामारी का वह दौर भी देख चुके हैं जिसमें संत सीचेवाल ने खुद घंटों तक सतलुज दरिया से संबंधित गिद्दड़पिंडी रेलवे पुल के नीचे 15-15 फीट मिट्टी हटाकर एक मिसाल कायम की। उन्होंने पंजाब के लोगों से अपनी विरासत को संरक्षित करने के लिए आगे आने की अपील की है।
पं\जाब के प्रसिद्ध कवि डॉ. गुरभजन गिल्ल ने कहा कि बुढडा दरिया पर कड़ाके की ठंड में कारसेवा का जनून एक ऐतिहासिक घटना है। उन्होंने कहा कि बुड्ढा दरिया अपनी प्राचीन विरासत की ओर लौट रहा है यह एक सुखद \अनुभव है। इसका श्रेय राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल को जाता है। उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल को इतिहास याद रखेगा जिन्होंने अपनी पवित्र सेवा के माध्यम से जो सेवा से देश दुनिया की उन तमाम नदीयों को आस बंधाई है जो प्रदूषण से आहत हैं।
समाज सेवी जरनैल सिंह गढ़दीवाल ने कहा कि संत सीचेवाल ऐसे व्यक्तित्व के मालिक हैं जो आलोचना का जवाब बदल से देते हैं। उन्होंने कहा कि नदियों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए बल्कि उन्हें स्वच्छ बनाने के लिए प्रयास करने की जरूरत है। यह पहला मौका है जब किसी सांसद ने अकेले ही बुड्ढे दरिया की सेवा शुरू की है। उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल संसद के पद पर रहते हुए भी उसी व्यक्तित्व के मालिक हैं और वह ऐसे मेंबर संसद हैं, जिनके पास पहुंचना हर किसी के लिए आसान है। उन्होंने लुधियाना के धार्मिक और सामाजिक सेवा संगठनों से बुड्ढे दरिया कार सेवा के चल रहे संचालन में भाग लेने की अपील की।
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