बुड्ढे दरिया को प्रदूषित कर रही जमालपुर ड्रेन पर सीचेवाल ने लगाया बांध, पम्पिंग स्टेशन पर तीनों मोटरें चालू ...
- शहर का गंदा पानी दरिया में गिरना हुआ बंद. डेयरियों और डयइंगो के गंदे पानी के लिए अब संत सीचेवाल हुए सक्रिय
खबरनामा इंडिया बबलू। पंजाब
पर्यावरणविद् और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने जमालपुर ड्रेन को बंद कर दिया है .जो वर्षों से बुड्ढे दरिया को प्रदूषित कर रही है। जानकारी देते हुए संत सीचेवाल ने बताया कि पहले शहर के सीवेज का गंदा पानी जमालपुर ड्रेन के माध्यम से बिना ट्रीटमेंट के बुड्ढे दरिया में गिर रहा था। उन्होंने बताया कि शहर का लगभग 60 MLD यह गंदा पानी बुड्ढे नदी को बड़े पैमाने पर प्रदूषित कर रहा था।
उन्होंने कहा कि अब यह गंदा पानी बुड्ढा में गिरने की बजाय पाइपिंग स्टेशन में लगी तीन मोटरों की मदद से 225 एमएलडी तक पंप किया जा रहा है। यह ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचना शुरू हो गया है। इससे बुड्ढा नदी में गिरने वाला एक लाख घरों का दूषित पानी (60 MLD) अब जमालपुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( STP ) में जाएगा।
उल्लेखनीय है कि संत सीचेवाल द्वारा गुरुद्वारा श्री गऊघाट साहिब के पास 31 दिसंबर 2024 को शुरू किए गए पंपिंग स्टेशन की आरजी व्यवस्था का निर्माण कार्य केवल 11 दिनों में पूरा कर लिया गया था। संत सीचेवाल ने कहा कि पवित्र बूढ़ी नदी की पवित्रता बहाल करने के लिए श्रद्धालुओं के सहयोग से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों के तहत पहले चरण में जहां बुड्ढे नदी के किनारे खाली जगहों पर पौधे लगाए गए, वहीं दूसरे चरण में बुड्ढे नदी में गिरने वाले गंदे पानी को रोककर उसका प्रबंधन किया जा रहा है।
अब संत सीचेवाल पशु डेयरियों को लेकर सक्रिय हो गए हैं। गुरुवार को उन्होंने ताजपुर डेयरी कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण कर स्थिति देखी. संत सीचेवाल ने कहा कि अब उनका अगला लक्ष्य बुड्ढे दरिया के पास बनी फैक्ट्रियों, फैक्टरियों, डाइंग व डेयरियों से निकलने वाले मवेशियों के गोबर व अन्य कचरे को बुड्ढे दरिया में गिरने से पूरी तरह से रोकना है।
गौरतलब है कि पिछले गुरुवार को ताजपुर डेयरी कॉम्प्लेक्स का दौरा करने के बाद दोपहर तीन बजे जमालपुर एसटीपी प्लांट में अधिकारियों के साथ बैठक की थी. जिसमें उन्होंने सीवरेज बोर्ड को निर्देश दिए कि ताजपुर डेयरी कॉम्प्लेक्स में डेयरी का कनेक्शन तुरंत ईटीपी प्लांट से जोड़ा जाए ताकि डेयरियों का दूषित पानी साफ हो सके, जबकि गोबर उठाने की जिम्मेदारी उनकी रहेगी। बायोगैस संयंत्र स्थापित है।

.png)















No comments