ब्रेकिंग न्यूज़

कपूरथला को टीबी मुक्त बनाने की पहल --- DC ने 100 दिवसीय TB जागरूकता अभियान का किया आगाज़ ....

- गांव-गांव जा कर टी.बी. मरीजों की पहचान एवं उपचार के लिए वाहन को किया रवाना  

 खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला     


टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत आज सिविल अस्पताल में 100 दिवसीय टीबी ख़ात्मा अभियान का आग़ाज़ किया गया। इस अभियान की शुरुआत DC अमित कुमार पांचाल और सिविल सर्जन कपूरथला डॉ. रिचा भाटिया ने टीबी जागरूकता वाहन को हरी झंडी देकर रवाना किया। इस दौरान उपस्थित दर्शकों द्वारा इस बीमारी के प्रति जागरूकता पैदा करने की शपथ भी ली गई। 

DC कपूरथला अमित कुमार पांचाल ने इस अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि इस बीमारी को जड़ से रोकने के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने सभी से इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने की अपील की है। 

सिविल सर्जन कपूरथला डॉ. रिचा भाटिया ने टीबी रोग के प्रति जागरूकता के लिए चलाये जा रहे अभियान के बारे में बताया कि सरकार 7 दिसंबर से 24 मार्च तक विशेष अभियान चला रही है। जिसमें टीबी मरीजों की पहचान के लिए डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाएगा और मरीजों की पहचान कर उनका इलाज भी किया जाएगा। 

इस अवसर पर जिला तपदिक अधिकारी डॉ. मीनाक्षी ने अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, वृद्धाश्रमों में रहने वाले बुजुर्गों, किसी बीमारी से पीड़ित मरीजों, मजदूर वर्ग आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

बता दे कि उक्त वाहन में एक मेडिकल ऑफिसर और एक लैब टेक्नीशियन तैनात किया गया हैं। जो पूरे जिले में भ्रमण कर टीबी मरीजों की पहचान कर इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में भेजेंगे। इतना ही नहीं इस दौरान बीमारी से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाएगा। 

इस दौरान ADC (D) वरिंदरपाल सिंह बाजवा, SP हेडक्वार्ट गुरप्रीत सिंह, ACS डॉ. अनु रतन, DHO डॉ. राजीव पराशर, जिला टीबी अधिकारी डॉ. मीनाक्षी, DIO डॉ. रणदीप सिंह, डॉ. परमिंदर कौर, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर शरणदीप सिंह, सुखदयाल सिंह, राम सिंह, ज्योति आनंद, गुरपिंदर जॉली, पंकज वालीया और अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे। 

- "निकशे मित्र" बनने की अपील ...  

सिविल सर्जन डॉ. रिचा भाटिया ने लोगों से अधिक "निकशे मित्र" बनने और रोगियों को आवश्यक पोषण प्रदान करने की अपील की। इस अभियान में सिविल सर्जन डॉ. रिचा भाटिया ने "निकशे मित्र" के रूप में 11 मरीजों की मदद करने की जिम्मेदारी ली, इसी तरह सभी प्रोग्राम अधिकारियों ने दो-दो मरीजों की मदद करने का संकल्प लिया। गौरतलब है कि इस योजना के तहत टीबी मरीजों को गोद लेकर  उन्हें राशन मुहैया कराया जाता है। 

No comments