बुड्ढे दरिया की सफाई के लिए संत सीचेवाल के बाद विभाग भी एक्शन मोड में ....
- डेयरियों के बाद बुड्ढा दरिया में जहरीला पानी डालने वाली डाइंग पर कार्रवाई
- पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई -- PPCB
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा प्रदूषित बुड्ढा दरिया को साफ करने के लिए शुरू की गई कार सेवा के दूसरे चरण के दौरान अब विभागों के अधिकारी भी सख्त एक्शन मोड में आ गए हैं। नगर निगम और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बुधवार को छुट्टी के दिन तलाशी अभियान चलाया, चार औद्योगिक इकाइयों के जो दरिया में अनुपचारित पानी डाल रहे थे। उन्हें पकड़ा और रंगाई इकाइयों को नोटिस जारी कर जुर्माना लगाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
टीम ने बिना मंजूरी के प्रिंटिंग यूनिट चलाने वालों के खिलाफ क्लोजर नोटिस जारी करने की सिफारिश उच्च अधिकारियों से की है। वहीं बिजली विभाग ने डेयरियों के कनेक्शन भी काट दिए हैं। जिनके द्वारा गोबर को दरिया में बहाया जा रहा था।
बुड्ढे दरिया के किनारे वायु प्रदूषण को रोकने के लिए राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल के निर्देशन में PPCB द्वारा गठित टीम ने वायु प्रदूषण अधिनियम 1981 का उल्लंघन करने वाली 5 इकाइयों के खिलाफ वायु प्रदूषण अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
वहीँ PPCB के एक्सियन गुरमीत सिंह ने बताया कि गुरुवार को ताजपुर रोड स्थित करीब 12 संदिग्ध इकाइयों में चिमनियों की जांच की गई। गौरतलब है कि इन चिमनियों से निकलने वाले धुएं और राख ने दरिया के किनारे रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल कर दिया था।
संत सीचेवाल की तरफ से PPCB अधिकारियों और उद्योगों के मालिकों के साथ की गई बैठक के दौरान पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य अभियंता आर के रत्तरा ने कहा है कि प्रदूषण मानकों को पूरा नहीं करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई उद्योग पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा और बिजली कनेक्शन, सीवर कनेक्शन को खत्म कर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भारी पर्यावरण जुर्माना भी लगाया जाएगा। उन्होंने औद्योगिक अपशिष्ट जल को सीवरों में बहाने वालों को भी कड़ी चेतावनी दी है। मुख्य अभियंता ने बताया कि बोर्ड की टीमें औचक छापेमारी करेंगी।
इस मौके पर राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने अधिकारियों की कारगुजारी पर खुशी जताई और कहा कि उनसे वही करने को कहा जा रहा है जो नियम कहते हैं। उन्होंने कहा कि इच्छाशक्ति की कमी और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह बुड्ढा दरिया बुड्ढा नाला बन गया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकारें और प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाते तो हमारे प्राकृतिक संसाधन कभी प्रदूषित नहीं होते। उन्होंने विभागों के अधिकारियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि पर्यावरण नियमों का सख्ती से उल्लंघन करने वाली फैक्ट्रियों, डेयरियों और डाइंगों के खिलाफ कार्रवाई करे।
राज्यसभा सदस्य सीचेवाल ने डेयरियों के मल-मूत्र की समस्या का समाधान ढूंढते हुए वैक्यूम पंप के माध्यम से मल-मूत्र उठाने का काम शुरू किया है। जिसे अवैध रूप से बुड्ढे दरया में डंप किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि डेयरी मालिकों को यह व्यवस्था दी गई है कि वे 2 महीने के अंदर अपना प्रबंधन खुद कर सकें। गोहा को ट्रॉलियों के माध्यम से उठाया जा रहा है, जिसका खर्च संगत और प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से संत सीचेवाल द्वारा वहन किया जा रहा है। संत सींचेवाल ने कहा कि इसके बाद भी अगर कोई डेयरी बुड्ढे दरिया में गोबर या गंदा पानी डालती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
No comments