संत सीचेवाल की कोशिशें भर रही हैं बुड्ढे दरिया के जख्म, जज़्बा बना मलहम .....
- काली वेंई की तर्ज पर धुलेगा बुड्ढे दरिया में प्रदूषण का कलंक, विदेश के दौरा रद्द कर कारसेवा के कार्य में जुटे संसद सीचेवाल
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
बाबा नानक की चरण स्पर्श पवित्र काली वेंई को प्रदूषण मुक्त बनाने के बाद वातावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल मैंबर राज्य सभा ने लुधियाना में बुड्ढे दरिया पर कारसेवा शुरू कर रखी है। सेवा का यह जज्बा दरिया के लिए मलहम बन संत सीचेवाल की कोशिशों से दरिया के जख्म भरने जुट गया है। जिस तरह से धुन के पक्के सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बुड्ढे दरिया पर डेरा लगाकर कारसेवा जारी रखी हुई है। उससे एक बात तो स्पष्ट हो चुकी है कि वह पवित्र काली वेंई की तर्ज पर बुढ्डा दरिया में प्रदूषण का कलंक धोने में जुट गए हैं। उन्होंने कारसेवा कारण अपना विदेशी दौरा भी रद्द कर दिया है।
कड़ाके की ठंड के बाबजूद संत सीचेवाल की संगत में कारसेवक युद्ध स्तर पर दरिया की सफाई प्रयासों में जुटे हुए मिल रहे हैं। कारसेवा दौरान कुछ डेयरी मालिकों का समर्थन और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड एवं अन्य विभागों के अधिकारियों की सक्रियता आशा की किरण बनकर उभरी है। PPCB की सख्ती के बाद जिन लोगों को कानूनी ताकत की समझ आ चुकी है। उन्होंने दरिया में वेस्ट डालना बंद कर दिया है। ऐसा पहला मौका है जब प्रदूषण रोकथाम के मामले में बड़ी कारवाई हो रही हैं।
जानकारी अनुसार बुढ्डा दरिया मामले से सबंधित करीब 10 बिजली कनेक्शन काटे जा चुके हैं अन्य पर कारवाई कवायद शुरू है। बता दें कि बुढ्डा दरिया पर कारसेवा का यह दूसरा चरण है। इसी साल 2 फरवरी को पहला चरण शुरू हुआ था। जिसमें सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल की और से प्रदूषण से ग्रस्त दरिया के किनारे पौधे लगाने की मुहिम शुरू की गई। इसी बीच दरिया किनारों से गंदगी हटाकर और मार्ग को समतल बनाकर करीब 11 हजार पौधे लगाए गए।
हालांकि कुछ संचालकों की वजह से मुहिम पर विपरीत प्रभाव भी पड़ रहा है। संत सीचेवाल ने ऐसे लोगों को फिर से सहयोग से अपील की है उसके लिए उन्होंने गोबर प्रबंधन के बदलवे उपाय में सहयोग की पेशकश भी कर रखी है। खास बात यह है कि वर्तमान में राज्य सभा सदस्य वातावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल की कोशिशों के बाद दरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रशासन और पर्यावरण प्रेमियों की ओर से कड़ी जद्दोजहद की जा रही है। संत सींचेवाल की अगुवाई में संगत बुढ्डा दरिया के इर्द-गिर्द से गोबर वाले पानी को सकिंग, वैक्यूम मशीनों से टैंकरों में भरकर दरिया क्षेत्र से बाहर खेतों में पहुंचा रहे हैं।
- दरिया पर हरियाली विकसित
वर्तमान में संत सीचेवाल की और से दरिया पर सैंकड़ों पेड़-पौधे लगाने की मुहिम से दरिया पर हरियाली विकसित हो रही है । दरिया की जमीन को समतल बनाकर पेड़ पौधे लगाने का काम फरवरी महीने में शुरू हो गया था। किसी समय जहाँ खड़ा होना भी मुश्किल बना हुआ था 10 महीनों में 11 हजार पौधारोपण होना बेहद सुखद पहलू रहा है।
सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि हम किसी फैक्ट्री, डेयरी आदि के विरोध में नहीं हैं बल्कि कुदरती पानीयों नदीयों में प्रदूषण रहित साफ जलधारा बहे इसके पक्षधर जरुर हैं। उन्होंने कहा साफ पानी, हवा सभी को मिले इसके लिए सभी को सहयोग करते हुए भविष्य की पीढ़ियों तक ले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल धन की लालसा के लिए वर्तमान और आस्तित्व एवं भविष्य को खतरे में डालना कहाँ की अक्लमंदी है।
आलोचना से नहीं प्रयासों से दरियाओ को मिलेगी प्रदूषण से मुक्ति : संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब की भलाई चाहने वालों से अपील की है कि वे प्रदेश में वातावरण संरक्षण के लिए समय जरुर निकालें। उन्होंने कहा कि प्रदूषित दरियाओ को केवल आलोचना से नहीं बल्कि प्रयासों से मुक्ति दिलाई जा सकती है इसके लिए सभी को सहयोग देना चाहिए।
No comments