यूनीयन मान्यता के चुनाव -- विरोधियों की जमीन खिसक चुकी है -- परमजीत सिंह खालसा
- चुनावी रैली में उमड़े जन सैलाब ने कहा RCF का भविष्य RCFEU के हाथों में ही सुरक्षित
- जसपाल सिंह सेखों के पिता का स्वर्गवास होने पर किया शोक व्यक्त
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
रेल कोच फैक्ट्री में 4 दिसंबर को होने वाले यूनियन मान्यता चुनाव के लिए RCFEU द्वारा चुनाव की तैयारी पूरे जोर पर है। जिसके चलते आज RCFEU द्वारा कारखाने के समस्त कर्मचारियों को एकत्रित कर विशाल रैली निकाली गई। चुनावी रैली में कारखाने के सैकड़ो कर्मचारियों ने भाग लेकर "घर" के चुनाव निशान को वोट डालने के नारे लगाते हुए जोश भर दिया। चुनावी रैली में उमड़े जन सैलाब ने कहा RCF का भविष्य RCFEU के हाथों में ही सुरक्षित है।
गौरतलब है कि RCFEU बीते 10 वर्षों में अपने किए गए ऐतिहासिक संघर्षों तथा कर्मचारी हितों में लिए गए फैसलों को लेकर कर्मचारियों के बीच चुनाव प्रचार-प्रसार पर लगे हुए हैं। NPS को रद्द कर OPS बहाल करवाने, कारखाने में नई भर्ती करने, हॉस्पिटल के अंदर विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, कारखाने में कर्मचारियों को पूर्णता इंसेंटिव मिलने, ठेकेदारी-आउटसोर्सिंग पर लगाम लगाने, एडमिन ब्लॉक में कर्मचारियों की भर्ती करने, 5 दिन के कार्य सप्ताह को लागू करवाने, एडमिन ब्लॉक के मिनिस्ट्रिल स्टाफ तथा इंजीनियरिंग स्टाफ को PCO अलाउंस इत्यादि देने के लिए तथा कर्मचारियों के अन्य ज्वलंत मांगों पर लगातार संघर्ष किए जा रहे हैं। जिनकी बदौलत RCF के तमाम कर्मचारी RCFEU को ही वोट देने के पक्ष में है।
विशाल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए RCFEU के सरपरस्त परमजीत सिंह खालसा ने दोनों मान्यता प्राप्त फेडरेशनों की समझौता वादी नीति पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों फेडरेशनों ने कर्मचारियों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। जिसके चलते रेलवे के कर्मचारी AIRF एवं NFIR के खिलाफ भारी रोष में है वह उनका कहना है कि आगामी मान्यता के होने वाले चुनाव में इनको सबक सिखाएंगे। दोनों समझौता वादी संगठन इसका नतीजा भुगताने के लिए तैयार रहे।
खालसा ने कहा कि OPS बहाली की जोरदार मांग के बीच JCM के नेताओं द्वारा कर्मचारियों पर UPS स्कीम थोपी गई। क्योंकि इन्हें लगता था कि वर्ष 2004 की तरह वर्ष 2024 में भी कर्मचारियों को बेवकूफ बनाकर अपने वोट बैंक की राजनीति की जा सकती है। लेकिन कर्मचारी अब जागरुक हो चुके हैं। वह इनके झांसे में नहीं आएंगे बल्कि उल्टा UPS पर समझौता करने वाले नेताओं को आईना दिखाने का काम करेंगे। RCF में यूनिपन मान्यता चुनाव को लेकर कर्मचारियों का रुख स्पष्ट दिख रहा है कि दोनों यूनियन के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है। अब वह RCFEU को भारी मतों से जीतने का मन बना चुके हैं।
वहीँ यूनियन के पदाधिकारी जसपाल सिंह सैंखो के पिता का स्वर्गवास होने पर समूह RCFEU ने परिवार के साथ शोक व्यक्त किया है। और जसपाल सिंह सेखों के परिवार के साथ सांत्वना प्रकट की है।
विशाल चुनावी रैली को सफल बनाने के लिए मनजीत सिंह बाजवा, प्रदीप सिंह, बच्चितर सिंह, हरविंदर पाल, नरेंद्र कुमार, शरणजीत सिंह, भरतराज, त्रिलोचन सिंह, तलविंदर सिंह, बलजिंदर पाल, अवतार सिंह, हरप्रीत सिंह, अश्विनी कुमार, अनिल कुमार, जगदीप सिंह, साकेत कुमार यादव, सुरेंद्र कुमार, समरेश कुमार, चंद्रभान, विनोद कुमार, राजेंद्र कुमार, संजीव कुमार, जतिंदर सिंह, परमिंदर सिंह, संदीप कुमार राव, बलराम, नवदीप, संदीप कुमार, उमेद सिंह भाटी, मैनपाल, करण कुमार, पंकज कुमार, सुभाष आदी मुख्य रूप में उपस्थित थे।



















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