पंजाब में प्रदूषण के खिलाफ जंग जारी रहेगी --संत सीचेवाल
- काला संघ्या नाले में साफ पानी बहेगा, बड़े पैमाने पर पौधों का प्रसाद वितरित किया
खबरनामा इंडिया बबलू, कपूरथला
राज्यसभा सदस्य और पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने ऐलान किया है कि प्रदूषण के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हवा, स्वच्छ पानी और शुद्ध भोजन हर इंसान का बुनियादी अधिकार है। गुरुद्वारा टाहली साहिब बलेरखानपुर में संत दया सिंह की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए संत सीचेवाल ने कहा कि संत दया सिंह जी चाहते थे कि काला संघ्या ड्रैन में साफ पानी बहें। संत सीचेवाल ने कहा कि प्रदूषण के खिलाफ उनकी ओर से छेड़ी गई जंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि काला संघ्या नाले के किनारों को पत्थरों से पक्का किया जा रहा है, जिससे इसमें गंदा पानी गिरना काफी हद तक बंद हो गया है।
संत सीचेवाल ने संगत को बताया कि बस्ती पीरदाद में 50 और 15 एमएलडी के दो ट्रीटमेंट प्लांट हैं। लेदर कॉम्प्लेक्स में 5 एमएलडी की क्षमता वाला एक विशेष प्रकार का ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किया गया है। काला संघ्या ड्रेन जिसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पक्का किया जा रहा है।
संत सीचेवाल ने कहा कि बुड्ढा दरिया, चिट्टी वेईं और काला संघ्या ड्रेन का जहरीला और गंदा पानी सतलुज नदी में गिरता है जो हरिके पत्तन से नहरों के माध्यम से राजस्थान और मालवा तक जाता है जहां लोग बिना उपचार के इसका पानी पीते हैं। राजस्थान के 8 जिलों में 2 करोड़ लोग इस पानी का उपयोग करते हैं। गंदे पानी के कारण मालवा और राजस्थान के 8 जिलों में लोग कैंसर और अन्य भयानक बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। मालवा में इस गंदे पानी का उपयोग धार्मिक स्थलों में भी किया जाता है।
संत सीचेवाल ने कहा कि पंजाब की नदियां और नाले कभी साफ-सुथरे बहते थे। इनमें गाँवों और शहरों तथा विशेषकर कारखानों का जहरीला पानी पाया जाने से अब ये बुरी तरह से प्रदूषित है। इसे रोकना प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी थी, लेकिन सब कुछ देखते हुए भी उन्होंने लापरवाही बरती और लोगों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन किया।
इस अवसर पर संत दया सिंह के नाम पर बड़े पैमाने पर पौधों का प्रसाद भी वितरित किया गया। इस अवसर पर संत लीडर सिंह, संत अमरीक सिंह, संत गुरमेज सिंह, महात्मा मुन्नी और अन्य गणमान्य लोगों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
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