करवाचौथ पर भद्रा का साया, पढ़े व्रत और पूजा का समय ... ??
- चतुर्थी 20 अक्टूबर सुबह 6:46 से 21 अक्टूबर सुबह 4:16 तक
खबरनामा इंडिया बबलू। पंजाब
हिंदुओं का प्रमुख त्योहार करवा चौथ पर इस बार 20 अक्टूबर रविवार के दिन मनाया जा रहा है। इस दिन 21 मिंट के लिए भद्रा का साया है। इस दिन सुहागने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत करती हैं। यह एक निर्जला व्रत है। जिसे सुबह सूर्योदय से पहले शुरू किया जाता है। और रात में चंद्रमा देखकर व्रत का पारण किया जाता है।
पंडित घनश्याम पांडे ने बताया कि करवा चौथ का दिन और संकष्टी चतुर्थी, जो कि भगवान गणेश के लिए उपवास करने का दिन होता है। एक ही समय होते हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत करती है। इस दिन भगवान शिव, माता पार्वती और कार्तिकेय के साथ साथ भगवान गणेश की पूजा भी करती है।
उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर को करवाचौथ के व्रत की शुरुआत भद्रा काल के साथ होगी। हालांकि चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर रविवार को सुबह 6:46 पर हो जाएगी और 21 अक्टूबर सुबह 4:16 पर संपन्न होगी।
पंडित घनश्याम पांडे ने बताया कि करवाचौथ के दिन भद्रा काल सुबह 6:25 से लेकर 6:46 तक रहेगा इस दिन 21 मिनट का भद्रा का साया रहेगा। यानी चतुर्थी तिथि की शुरुआत और भद्रा काल का समय समाप्त एक ही समय पर हो रहे हैं। इसलिए करवा चौथ के व्रत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि करवा चौथ के दिन सरगी सूर्योदय से पहले खा ली जाती है। सरगी खाने का सही समय सुबह 4 बजे से लेकर 5 बजे के बीच होता है। इसलिए दौरान भी भद्रा का साया नहीं होगा।
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