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RCF में पुरानी पेंशन बहाली के लिए काली पट्टी बांध कर्मिओ ने किया प्रदर्शन ....

- पुरानी पेंशन बहाली के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेगी IREF -- सर्वजीत सिंह 

- पुरानी पेंशन बहाली के लिए कल ऐतिहासिक होगी बाइक-स्कूटर रैली  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

केंद्र सरकार के कर्मचारियों की लंबे अरसे से चली आ रही मांग पुरानी पेंशन बहाली को अस्वीकार करते हुए एकीकृत पेंशन योजना की घोषणा की है। यूपीएस के विरोध में केंद्र तथा राज्य सरकारों के अधीन कार्यरत लगभग एक करोड़ लोग राष्ट्रीय स्तर पर इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन तथा फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।  

एनपीएस, यूपीएस को रद्द करने व ओपीएस की बहाली के लिए आज RCF एमप्लाईज यूनियन की तरफ से वर्कशॉप गेट पर कर्मचारियों द्वारा काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें RCF के हजारों कर्मचारियों ने शमूलियत कर केंद्र सरकार तथा कर्मचारियों के साथ गद्दारी करने वाले संगठनों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व केंद्र सरकार को तुरंत प्रभाव से पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने की मांग की है।  

IREF के महासचिव सर्वजीत सिंह 24 अगस्त 2024 को केंद्र सरकार ने अपनी राजनीतिक और आर्थिक गणना के तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एकीकृत पेंशन योजना की घोषणा की है। यूपीएस की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम की तारीफ की और दावा किया कि यूपीएस से कर्मचारियों की सभी शंकाएं दूर हो गई हैं।  

उन्होंने कहा कि यूपीएस में पुरानी पेंशन योजना के सभी लाभ शामिल किये गये हैं। उन्होंने यह भी कहा कि असल में यूपीएस, एनपीएस का ही विस्तृत रूप है, इसमें कर्मचारियों को मिलने वाले तमाम तरह के लाभ पर कट लगाया गया है। वेतन आयोग के लाभ से कर्मचारियों को वंचित कर दिया गया है, यूपीएस में पेंशन सरकार देगी या शेयर बाजार यह स्पष्ट नहीं है। कर्मचारी से पेंशन काॅम्यूटेशन का लाभ छीन लिया गया है, पेंशन में पेंशनर की आयु बढ़ाने के साथ कोई बढ़ोतरी नहीं होगी, सेवानिवृत्ति पर प्रति 6 वर्ष की सेवा के बदले मात्र तीन दिन का वेतन लम-सम भुगतान के रूप में दिया जाएगा। इस तरह से यह स्कीम एनपीएस से भी बदतर हो जाती है।  

 सर्वजीत सिंह ने कहा कि एनपीएस 2004 में लागू की गई थी जिसके खिलाफ लंबे चले संघर्ष के परिणाम आने शुरू हो गए थे, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अपनाये हुए उदासीन रवैया के चलते NDA की केंद्र सरकार को आम चुनाव में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद कर्मचारियों को लुभाने के लिए केंद्र सरकार ने यूपीएस नामक जुमला छोड़ा है। जिसे समझने के लिए कर्मचारियों को 1 घंटे का भी समय नहीं लगा वह कर्मचारी इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए।  

इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन, फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे व नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के नेतृत्व में 2 से 6 सितंबर तक यूपीएस के विरोध में पूरे देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहे हैं, जिसके चलते आज आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन द्वारा रेडीका में काली पट्टी बांधकर रोजष प्रदर्शन किए गए व पुरानी पेंशन बहाली की मांग को जोरदार तरीके से उठाया गया। सिंह ने कहा कि इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन के केंद्रीय नेतृत्व में यह निर्णय लिया है कि जिस तरीके से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर हम संघर्ष करते आए हैं उससे भी जोरदार तरीके से यूपीएस को रद्द व ओपीएस को बहाल करवाने के लिए इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन संघर्ष को जोरदार तरीके से रेलवे कर्मचारियों में आगे बढ़ने का कार्य करेगी तथा आने वाले समय में पुरानी पेंशन को बहाल करवाने के लिए संघर्ष बड़े स्तर पर किए जाएंगे। 

RCFEU के सरपरस्त परमजीत सिंह खालसा ने कहा कि RCF की धरती से शुरू हुआ पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष अब अपने अंजाम तक पहुंच रहा है। इसके लिए RCF के कर्मचारियों की भूमिका निर्णायक रहेगी। उन्होंने कहा कि इस विषय पर 6 सितंबर को शाम 5 बजे से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौंक से बाइक / स्कूटर ऐतिहासिक रैली निकाली जाएगी। जिसमें RCF के हजारों कर्मचारी शामिल होंगे।

विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से IRTSA, SC एंड ST इंप्लाइज एसोसिएशन, OBC एसोसिएशन सहित संगठन के पदाधिकारी अमरीक सिंह, दर्शन लाल, मनजीत सिंह बाजवा, बचितर सिंह, नरिंदर कुमार, शरणजीत सिंह, जसपाल सिंह सेखो, तरलोचन सिंह, तलविंदर सिंह, अरविन्द कुमार शाह, जगदीप सिंह, अनिल कुमार, अवतार सिंह, हरप्रीत सिंह, बलजिंदर सिंह, चंद्रभान, राजिंदर कुमार, करण कुमार, नवदीप कुमार, साकेत कुमार यादव, आदेश कुमार, सुभाष कुमार, प्रवीण कुमार, रामदास, संजीव कुमार, आदेश कुमार, हरपाल सिंह, निर्मल सिंह आदि  सहित यूनियन के सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल हुए।   

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