तिलकब्रिज पहुंची आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी ..... कर्मचारियों ने कहा हमारे साथ अन्याय मत होने दो. ...
- तिलक ब्रिज स्टाफ व ऑफिस को विस्थापित करने का पुरजोर विरोध है:-- RCFBSC
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
तिलक ब्रिज स्थित आफिस को बंद कर वहां के स्टाफ को जबरन वहां से विस्थापित कर आरसीएफ कपूरथला में ट्रांसफर करने के फरमान के विरोध में पिछले कई दिनों से आरसीएफ में संघर्ष जारी है। इसी संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी नयी दिल्ली स्थित तिलकब्रिज आफिस पहुंची व वहां के कर्मचारियों के साथ वार्तालाप किया।
इस सम्बन्ध में आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा कि हम दिल्ली स्थित, तिलकब्रिज आफिस पहुंचे वह वहां पर कार्यरत कर्मचारियों से मिले तथा उन्हें आश्वस्त किया कि तिलकब्रिज तथा वहां पर कार्यरत कर्मचारियों को यहां से विस्थापित नहीं होने देंगे, उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड, आरसीएफ के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार करता रहा है, जिसके चलते नए-नए फरमान रेलवे बोर्ड से जारी होते हैं, जिससे हमेशा आरसीएफ व कर्मचारियों का भारी नुक्सान हुआ है।
तिलक ब्रिज गए पदाधिकारियों ने कहा कि इस आफिस का निर्माण इसीलिए किया गया था, कि रेल डिब्बों का उत्पादन सही तरीके से चलता रहे क्योंकि ये ऑफिस रेल कोच उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां जो आरसीएफ को सामान सप्लाई करती हैं उनके अधिकतर आफिस दिल्ली में होने के कारण तिलकब्रिज आफिस के द्वारा उनके तक पहुंच इत्यादि, काफी आसानी से होता है। जिसके चलते आरसीएफ की सप्लाई चेन प्रभावित होने के आसार बहुत कम हो जाते हैं। लेकिन अब रेलवे बोर्ड इस कड़ी को तोड़कर किसी गहरी साजिश को अंजाम देना चाहते हैं जो आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी कभी भी सहन नहीं करेगी।
तिलक ब्रिज ऑफिस में कार्यरत कर्मचारियों ने कहा कि हमें रेल कोच फैक्ट्री के कर्मचारियों तथा लीडरशिप पर पूर्णतया भरोसा है। कर्मचारियों ने कहा कि क्योंकि हम 25-30 वर्षो से यहीं पर कार्यरत हैं व हमने अपने बच्चों को इसी माहौल के अनुसार पढ़ाया, लिखाया है। अगर हमें यहां से विस्थापित किया जाता है तो ये हमारे साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा। इसीलिए हम संघर्षशील आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के साथ हैं वह उनके हर निर्णय का हम तहेदिल से स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन की तानाशाही नीतियों के खिलाफ आरसीएफ के लगभग सभी संगठन एक मंच पर हैं, जो निश्चित तौर पर स्वागतयोग्य कदम है।
संघर्ष की रूपरेखा तथा मांगों पर चर्चा करते हुए आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के नेताओं ने बताया कि तिलक ब्रिज के ऑफिस को विस्थापित करने, आरसीएफ में मनमाने ढंग से ठेकेदारी, आउटसोर्सिंग, आफलोडिंग आदि बढ़ाने के खिलाफ, एक्ट अप्रेंटिस पास कर्मचारियों तथा सिविल विभाग में कार्यरत तकनीशियन स्टाफ को वर्कशॉप में भेजने, एक्ट अप्रेंटिस की भर्ती, आरसीएफ में खाली पड़े पड़े पदों को तुरंत भरने आदि के लिए संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
नई दिल्ली स्थित तिलकब्रिज ऑफिस में कर्मचारियों से मिलने व अगले संघर्ष पर चर्चा करने हेतु आरसीफ बचाओ संघर्ष कमेटी के पदाधिकारी सर्वजीत सिंह, राजबीर शर्मा, दर्शनलाल, जगदीश सिंह, अशोक कुमार, रामरतन इत्यादि ने पहुंचकर कर्मचारियों की समस्याएं से रूबरू हुए।
आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी में आरसीएफ इम्प्लाइज यूनियन, आरसीएफ मेंस यूनियन, आरसीएफ मजदूर यूनियन, इंजीनियरिंग एसोसिएशन, इंडियन रेलवे टेक्निकल सुपरवाइजर एसोसिएशन, ओबीसी एसोसिएशन, एससी/एसटी एसोसिएशन, यूरिया, आरसीएफ इत्यादि संगठन एक मंच पर इकट्ठे होकर रेलवे तथा कर्मचारी विरोधी नीतियों का डटकर सामना करने का प्रण ले चुके हैं।









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