किसान आंदोलन ...... 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर 50,000 किसानों और मजदूरों का जत्था दिल्ली होगा कल रवाना
- किसान बोले --- प्रधानमंत्री मोदी को खुद अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए
खबरनामा इंडिया ( माझा इंचार्ज ), अमृतसर, पंजाब
केंद्र के कृषि कानूनों को रद्द करवाने हेतु दिल्ली में जारी किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए 50,000 से अधिक किसानों का एक समूह 11 दिसंबर को सुबह 7 बजे दरबार साहिब में मत्था टेकने के बाद गोल्डन गेट से अमृतसर साहिब से दिल्ली के लिए रवाना होगा। इस बात की जानकारी देते हुए किसान मजदुर संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि 9 दिसंबर को शाम 5 बजे से 11 बजे तक आयोजित राज्य कोर कमेटी की बैठक में किसान-मजदूर संघर्ष समिति पंजाब द्वारा लिए गए निर्णय के बाद यह फैसला लिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया की आंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना होने वाले इस जत्थे में अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर के किसान और मजदूर ब्यास ब्रिज पर भी मिलेंगे। फ़िरोज़पुर, जालंधर, कपूरथला, मोगा और फ़ाज़िल्का जिलों के किसान और मज़दूर फ़िरोज़पुर से निकलेंगे। दो समूह दोराहा मंडी में मिलेंगे।
बता दे कि दिल्ली में बैठे नेताओं ने कहा कि हम केंद्र सरकार द्वारा डाले गए संशोधनों के सुझावों को खारिज करते हैं। हम पूरी तरह से कृषि कानून को निरस्त करते हैं। हम सभी फसलों की सरकारी खरीद की गारंटी देने वाले कानून को लागू करने की मांग करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को खुद अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए और बातचीत का आह्वान करना चाहिए और देश के सभी किसान संगठनों को आमंत्रित करना चाहिए। किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब दिल्ली में कुंडली बॉर्डर पर जसबीर सिंह पिडी और सुखविंदर सिंह साबरा के नेतृत्व में मोर्चा संभाले हुए है। इसी तरह जंडियाला गुरु (अमृतसर) में रेल रोको मोर्चा जारी है। जंडियाला गुरु में रेल रोको मोर्चा का नेतृत्व कर रहे सतनाम सिंह मनोचल, हरप्रीत सिंह सिधवन ने कहा है कि सरकार की विभाजनकारी नीतियों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। आंदोलन पूरी तरह से एकजुट है और दृढ़ संकल्प के साथ संघर्ष कर रहा है।
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