गोल्ड किट्टी मामला ----महिला एजेंट से इन्वेस्टरों ने पैसे मांगे तो उसने फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश, बेटी ने देख मचाया शोर
- महिला ने काफी पैसा पीपीआर मॉल में चल रहे कंपनी के दफ्तर में गोल्ड किट्टी में लगाया था
- फरार हो चुके कंपनी के मालिक रणजीत सिंह, गगनदीप सिंह व गुरमिंदर सिंह के खिलाफ 64 इन्वेस्टरों ने की है शिकायत
खबरनामा इंडिया ब्यूरो। जालंधर, पंजाब
नार्थ इंडिया में गोल्ड किट्टी के नाम से मशहूर ओएलएस बिज़ पावर कम्पनी पर 25 करोड़ की ठगी के आरोप के बाद अब गोल्ड किट्टी में लोगों के पैसे इन्वेस्ट कराने वाली एक महिला एजेंट ने शनिवार को आत्महत्या का प्रयास किया है। लेकिन जब वह फंदा लगा रही थी तो उसकी बेटी ने देख शोर मचा दिया। और मोहल्ले के लोगों ने मौके पर पहुंच उसकी जान बचा ली और समझा-बुझाकर शांत किया। पुलिस ने मोके पर पहुँच महिला को भरोसा दिलाया कि उक्त ठगी के मामले में कंपनी के भगोड़े तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है और जल्दी ही पुलिस उन्हें पकड़ लेगी।
आत्महत्या का प्रयास करने वाली महिला गोपाल नगर वासी ज्योति है। पुलिस के अनुसार उक्त महिला ने भी अपने पति का बीमा व बचत का काफी पैसा पीपीआर मॉल में चल रही गोल्ड किट्टी चलाने वाली बिज़ पावर कंपनी में इन्वेस्ट किया था। महिला की इलाके में अच्छी जान पहचान के चलते उसके साथ दूसरे लोग भी जुड़ते चले गए। और लाखों रुपए इन्वेस्ट कर चुके लोगों को जब ठगी का पता लगा तो उन्होंने ज्योति को फोन करके पैसा वापस मांगना शुरू कर दिया। महिला ने कहा कि उसे लगातार लोगों के फोन आ रहे हैं। उसके खुद के लाखों रुपए डूब गए हैं, ऐसे में वह दूसरे लोगों के पैसे कहाँ से लौटाएगी? आखिर मजबूर होकर उसने ऐसा कदम उठाया। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि उक्त मामले में कंपनी के तीन आरोपियों के खिलाफ ठगी का केस दर्ज हो चुका है और पुलिस उन्हें जल्द पकड़ने की कोशिश कर रही है।
- कैसे चलता था गोरखधंधा
दरअसल, पीपीआर मॉल में चलने वाली ओएलएस बिज पावर प्राइवेट लिमिटेड लोगों से गोल्ड किट्टी के नाम पर पैसे इन्वेस्ट करवाती थी। इसमें 11 महीने लोगों को पैसे देने होते थे और 12वें महीने की किस्त कंपनी देती थी। इसके बाद 13 वे महीने इन्वेस्टरों को सोना दे दिया जाता था। इसमें इन्वेस्टर जिस भी एजेंट द्वारा ज्वाइन करता था उक्त एजेंट को कमीशन भी दी जाती थी। और कई एजेंटो ने कमीशन के लालच में अपने नजदीकिओ पैसे इन्वेस्ट करवा कर लाखो रुपए की कमीशन भी कमाई है। वहीँ लॉकडाउन में जब लोगों ने कंपनी को पैसे देने बंद कर दिए और उल्टा जरूरत के हिसाब से मांगने शुरू किए तो इस कंपनी की पोल खुल गई और उन्होंने अपनी वेबसाइट बंद कर दी। लोगों के फोन उठाने भी बंद कर दिया और इसके बाद फोन को स्विच ऑफ कर वह घर छोड़कर भी फरार हो गए।
जालंधर पुलिस ने फ़िलहाल 64 लोगों की शिकायत पर कंपनी के मालिक रणजीत सिंह, गगनदीप सिंह व गुरमिंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।














No comments