गोल्ड किट्टी ठगी मामले के तार कपूरथला से जुड़े, तीन आरोपियों में कपूरथला के एक निजी स्कूल का चेयरमैन भी हिस्सेदार
- कई एजेंटों ने लाखों रुपया कमाया और अपने नजदीकियों का पैसा भी फसाने में किया पूरा सहयोग
- एजेंट अपनी खाल बचाने के लिए खुद बन रहे शिकायतकर्ता
खबरनामा इंडिया ब्यूरो। कपूरथला, पंजाब
नॉर्थ इंडिया में गोल्ड किट्टी के नाम से अपना जाल फैलाने और करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली ओएलएस बिज पावर कंपनी के तीन आरोपी मालिकों में से एक कपूरथला के निजी स्कूल का चेयरमैन भी शामिल है। जालंधर में कंपनी द्वारा ठगी का खुलासा होने के बाद कंपनी से सीधे जुड कर लाखो रुपए कमा चुके प्रदेश के काफी एजेंट अब अपनी खाल बचाने के लिए शिकायत कर्ताओ की कतार में खड़े होने लगे हैं। जबकि उन्होंने भी पैसा कमाने की लालच में अपने नजदीकियों का पैसा डुबाने में कंपनी का पूरा सहयोग दिया था।
जिक्रयोग है कि पंजाब हरियाणा दिल्ली और आसपास के कई क्षेत्रों में लोगों को गोल्ड देने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली कंपनी ओ एल एस बिज पावर के तीनों संचालकों रंजीत सिंह उर्फ राजा गगनदीप सिंह व कपूरथला निवासी गुरविंदर सिंह पर जालंधर में करोड़ों रुपए की ठगी का मामला दर्ज हो गया है। वैसे इस मामले में अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गुरविंदर सिंह कपूरथला के निजी स्कूल का चैयरमेन भी है। और इस गोल्ड किट्टी के तार सीधे तौर पर कपूरथला से भी जुड़े हुए है।
दूसरी तरफ जालंधर में ठगी का मामला उजागर होने और एफआईआर दर्ज होने के बाद अब हरियाणा और दिल्ली में भी इंवेटरो ने शिकायते करनी शुरू कर दी है। सूत्रों की माने को हरियाणा और दिल्ली में लगभग 50 हज़ार लोग के ठगी का शिकार होने के आसार है। और कुल मिलकर यह मामला लगभग 250 करोड़ तक भी पहुँचने के आसार है।
वही इस ठगी के मामले के सभी तथ्यों पर गौर किया जाए तो बिज पावर कंपनी के संचालकों, मैनेजमेंट सदस्यों तथा कंपनी के एजेंटों ने इन्वेस्टरों के पैसे से काफी ऐश प्रस्ती की है। कुछ वर्ष पहले तक स्कूटर पर घूमने वाले कंपनी के मालिक, मैनेजमेंट सदस्य और कई एजेंट अब जैगुआर और ऑडी जैसी बड़ी गाड़ियों तक पहुंच गए है। जिसके पीछे कंपनी संचालकों का शातिर दिमाग और एजेंटों की खासी मेहनत भी रही है। और कई लोगों ने इन्वेस्टर के तौर पर कंपनी में ज्वाइन करने के बाद एजेंट बनकर टारगेट पूरे करते हुए लाखों रुपए भी कमाये है और साथ ही कई तरह के विदेशों की सैर व हाई-फाई पार्टियों का इंजॉय भी मुफ्त किया है। बुद्धिजीविओ का मानना है कि यह सभी कहीं न कहीं इस गोरखधंधे में कसूरवारो की लिस्ट में शामिल है।
नार्थ इंडिया में इस ठगी का मामला उजागर होने के बाद कई प्रदेशों में बैठे कंपनी में निवेश करने वाले लोग अब अपने पैसे के लिए हाथ पैर मारने लगे हैं। जिनमें कई तरह के प्रतिष्ठित लोग व कई पुलिस कर्मचारी भी हैं। जिन्होंने इस कंपनी में पैसा अपना पैसा इन्वेस्ट किया हुआ था। लेकिन अब कंपनी के संचालकों के फरार हो जाने के बाद हर आदमी अपने से ऊपर वाले एजेंट के बाल नोचने को तैयार बैठा है। और किसी भी हालत में अपने पैसे की भरपाई कराने की जुगत लगा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ लाखों रुपया कमीशन के तौर पर कमाने वाले और मुफ्त में विदेशों की सैर करने वाले एजेंट खुद शिकायतकर्ता की कतार में खड़े होकर अपनी खाल बचाने की कोशिश में लगे हुए है।
- एजेंट अपनी खाल बचाने के लिए खुद बन रहे शिकायतकर्ता
खबरनामा इंडिया ब्यूरो। कपूरथला, पंजाब
नॉर्थ इंडिया में गोल्ड किट्टी के नाम से अपना जाल फैलाने और करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली ओएलएस बिज पावर कंपनी के तीन आरोपी मालिकों में से एक कपूरथला के निजी स्कूल का चेयरमैन भी शामिल है। जालंधर में कंपनी द्वारा ठगी का खुलासा होने के बाद कंपनी से सीधे जुड कर लाखो रुपए कमा चुके प्रदेश के काफी एजेंट अब अपनी खाल बचाने के लिए शिकायत कर्ताओ की कतार में खड़े होने लगे हैं। जबकि उन्होंने भी पैसा कमाने की लालच में अपने नजदीकियों का पैसा डुबाने में कंपनी का पूरा सहयोग दिया था।
जिक्रयोग है कि पंजाब हरियाणा दिल्ली और आसपास के कई क्षेत्रों में लोगों को गोल्ड देने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली कंपनी ओ एल एस बिज पावर के तीनों संचालकों रंजीत सिंह उर्फ राजा गगनदीप सिंह व कपूरथला निवासी गुरविंदर सिंह पर जालंधर में करोड़ों रुपए की ठगी का मामला दर्ज हो गया है। वैसे इस मामले में अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गुरविंदर सिंह कपूरथला के निजी स्कूल का चैयरमेन भी है। और इस गोल्ड किट्टी के तार सीधे तौर पर कपूरथला से भी जुड़े हुए है।
दूसरी तरफ जालंधर में ठगी का मामला उजागर होने और एफआईआर दर्ज होने के बाद अब हरियाणा और दिल्ली में भी इंवेटरो ने शिकायते करनी शुरू कर दी है। सूत्रों की माने को हरियाणा और दिल्ली में लगभग 50 हज़ार लोग के ठगी का शिकार होने के आसार है। और कुल मिलकर यह मामला लगभग 250 करोड़ तक भी पहुँचने के आसार है।
वही इस ठगी के मामले के सभी तथ्यों पर गौर किया जाए तो बिज पावर कंपनी के संचालकों, मैनेजमेंट सदस्यों तथा कंपनी के एजेंटों ने इन्वेस्टरों के पैसे से काफी ऐश प्रस्ती की है। कुछ वर्ष पहले तक स्कूटर पर घूमने वाले कंपनी के मालिक, मैनेजमेंट सदस्य और कई एजेंट अब जैगुआर और ऑडी जैसी बड़ी गाड़ियों तक पहुंच गए है। जिसके पीछे कंपनी संचालकों का शातिर दिमाग और एजेंटों की खासी मेहनत भी रही है। और कई लोगों ने इन्वेस्टर के तौर पर कंपनी में ज्वाइन करने के बाद एजेंट बनकर टारगेट पूरे करते हुए लाखों रुपए भी कमाये है और साथ ही कई तरह के विदेशों की सैर व हाई-फाई पार्टियों का इंजॉय भी मुफ्त किया है। बुद्धिजीविओ का मानना है कि यह सभी कहीं न कहीं इस गोरखधंधे में कसूरवारो की लिस्ट में शामिल है।
नार्थ इंडिया में इस ठगी का मामला उजागर होने के बाद कई प्रदेशों में बैठे कंपनी में निवेश करने वाले लोग अब अपने पैसे के लिए हाथ पैर मारने लगे हैं। जिनमें कई तरह के प्रतिष्ठित लोग व कई पुलिस कर्मचारी भी हैं। जिन्होंने इस कंपनी में पैसा अपना पैसा इन्वेस्ट किया हुआ था। लेकिन अब कंपनी के संचालकों के फरार हो जाने के बाद हर आदमी अपने से ऊपर वाले एजेंट के बाल नोचने को तैयार बैठा है। और किसी भी हालत में अपने पैसे की भरपाई कराने की जुगत लगा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ लाखों रुपया कमीशन के तौर पर कमाने वाले और मुफ्त में विदेशों की सैर करने वाले एजेंट खुद शिकायतकर्ता की कतार में खड़े होकर अपनी खाल बचाने की कोशिश में लगे हुए है।
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