शुक्रवार को गरजेंगे आरसीएफ के 6500 कर्मचारी ---- आरसीएफ में देशव्यापी रोष प्रदर्शन
- केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देशभर के मजदूरों के साथ है आरसीएफ के कर्मचारी
- प्रधान मंत्री के लच्छेदार भाषणों का नारा ‘मैं देश नहीं बिकने दूंगा ' और अब देश के सार्वजनिक क्षेत्रों व कुदरती संसाधनों को दुनिया भर के पूंजी पतियों को लुटा रहा है
खबरनामा इंडिया ( संजीव भल्ला ), आरसीएफ कपूरथला
देश की सभी केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ 3 जुलाई 2020 को देशव्यापी रोष प्रदर्शन में 6500 आरसीएफ कर्मचारी एकजुट होकर देशभर के मजदूरों व मेहनतकश लोगों के साथ मेहनतकश लोगों के साथ संघर्ष के मैदान में गरजेंगे।
आरसीएफ की बचाओ संघर्ष कमेटी के नेताओं सर्वजीत सिंह, राजबीर शर्मा, जीत सिंह, वेद प्रकाश, जगदीश सिंह, जयपाल आदि ने प्रेस को जारी किये बयान में कहा कि कारपोरेट प्रस्त/पूंजीपति हितेषी देश का प्रधान मंत्री अपने लच्छेदार भाषणों में जोर - जोर से नारा लगाता रहा है कि ‘मैं देश नहीं बिकने दूंगा ' और आज क्रोना की आड़ में देश के सार्वजनिक क्षेत्रों व कुदरती संसाधनों को दुनिया भर के पूंजी पतियों को लुटा रहा है।
जिसकी ताजा उदहारण है कि भारतीय रेलवे में 109 रूट्स पर पैसेंजर गाड़ियां प्राइवेट कंपनियां द्वारा चलाएं जाने का फैसला है। रेलगाड़ियां प्राइवेट चलाने की शुरुआत मौजूदा सरकार तेजस एक्सप्रेस जैसी गाड़ियां चलाकर कर चुकी है। रेलवे बोर्ड द्वारा सभी प्रोडक्शन यूनिट का निगमीकरण व निजीकरण करने का प्रस्ताव केबनेट को भेजा जा चुका है।
आज जब क्रोनाकाल के दौरान देश की जनता गहरे सदमे में है, ठीक उसी समय मोदी सरकार द्वारा लोगों पर सदमा सिद्धांत थोपा जा रहा है । क्रोनाकाल के दौरान लोगों के इकठ्ठे होने पर पाबंदी लगा कर उसका भरपूर फायदा उठाया जा रहा है।
आरसीएफ बचाओ संघर्ष कमेटी के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की 41 कोयला खदानों के निजीकरण व रेलवे की उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण 109 रूटों पर निजी गाड़ियां चलाने भारतीय रेलवे को अंधाधुन बनाते के लिए देसी विदेशी कारपोरेशनों को सौपने और भेल, सेल, बीएसएनएल, डिफेन्स, बैंक, बीमा सहित सार्वजनिक क्षेत्र के विनिवेशीकरण व निजीकरण के विरोध में, देश के प्राकृतिक संसाधनों को कार्पोरेट्स को लुटाने, श्रम कानूनों को स्थगित करने, मजदूरों के वेतन व रोजगार छीनने, डीजल, पेट्रोल आदि को कंट्रोल मुक्त करने मोदी के खिलाफ देश के किसानों को दुनिया भर के पूंजी पतियों के रहमों करम पर छोड़ने के खिलाफ आरसीएफ के कर्मचारियों द्वारा 3 जुलाई 2020 को सुबह 7 बजे डॉ. बीआर अंबेडकर चौंक (वर्कशाप गेट) पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। ओसिया बचाओ संघर्ष समिति के नेताओं ने और सिया के सभी कर्मचारियों को विरोध प्रदर्शनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए अपील की है।
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