पंजाब के मानसा का गुरतेज सिंह गालवन घाटी में शहीद, कुछ साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था
- 3 दिन पहले बड़े भाई की शादी थी, नहीं हो पाया शामिल
- तीन
भाइयों में सबसे छोटा 23 वर्षीय गुरतेज सिंह पहली बार हुआ लेह-लद्दाख के
इलाके में तैनात
खबरनामा इंडिया ब्यूरो। मनसा, पंजाब
भारत चीन सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में पंजाब के
मानसा का जवान गुरतेज सिंह शहीद हो गया। बताने योग्य है कि बीते सोमवार रात
लद्दाख की गालवान घाटी में चीनी सैनिकों ने धोखा करते हुए भारतीय सैनिकों पर
नुकीले हथियारों से हमला कर दिया था। इसके बाद झड़प में भारत के 20 जवान
शहीद हो गए। इन्हीं में से मानसा का गुरतेज सिंह भी शामिल था। उसका पार्थिव
शरीर आने में शायद अभी एक-दो दिन लग जाएंगे। लेकिन वीरे वाला में मातम छाया हुआ है।
लद्दाख में शहीद हुये गुरतेज सिंह मानसा के गांव वीरे वाला डोकरा का रहने वाला था। गांव
में उनके परिवार के पास करीब तीन एकड़ जमीन है। शहीद गुरतेज सिंह पुत्र
विरसा सिंह के परिवार में माता-पिता और तीन भाई हैं। तीन भाइयों में 23
वर्षीय गुरतेज सिंह सबसे छोटा था। कुछ साल पहले ही फौज में भर्ती होने के
बाद इन दिनों गुरतेज सिंह पहली बार लेह-लद्दाख में तैनात हुआ था।अभी तीन दिन पहले ही भाई की शादी हुई है। लेकिन सीमा पर तनाव होने की वजह से गुरतेज सिंह भाई की शादी में शामिल नहीं हो पाया। लेकिन अब सोमवार रात चीनी सैनिकों के धोखे का शिकार हुए 20 भारतीय जवानों में वह भी शामिल हो गया। शहादत की खबर के बाद न सिर्फ गांव और मानसा जिले में शोक का माहौल बना हुआ है।
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