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कपूरथला पहुंचे मंत्री मुंडियां -- CM को राहत कार्य की दी जानकारी......

- 300 से अधिक लोगों को बाढ़ से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया  

खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला    

पंजाब के राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने CM भगवंत मान को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आज कपूरथला जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी दी है। बता दे कि पंजाब सरकार द्वारा कपूरथला जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की सुचारू निगरानी के लिए राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां को इंचार्ज नियुक्त किया गया है। 

उन्होंने कपूरथला जिले के लगातार तीसरे दौरे के दौरान आज जिला प्रशासकीय कॉम्प्लेक्स में DC अमित कुमार पंचाल, एसएसपी गौरव तूरा और अन्य अधिकारियों के साथ CM भगवंत मान के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लिया। उन्होंने CM को बताया कि कपूरथला के प्रभावित क्षेत्रों सुल्तानपुर लोधी और ढिलवां में राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। 

उन्होंने यह भी बताया कि ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर प्रभावित क्षेत्रों से SDRF और सेना की सहायता से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है और किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई है। 

मंत्री ने कहा कि 240 परिवारों और उनके आवश्यक सामान को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। वर्तमान में राहत कार्यों के लिए SDRF की 2 टीमें और सेना की टीमें तैनात हैं, जिनमें 40 जवान शामिल हैं। इन टीमों द्वारा कुल 15 नावों की मदद से जरूरतमंद लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। 

उन्होंने यह भी बताया कि कपूरथला जिले में गांव लक्खवरियां, आहलीकलां, तलवंडी कूका और फजलाबाद में राहत केंद्र चल रहे हैं, जिनमें लगभग 110 लोग रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन राहत केंद्रों में लोगों के लिए आवास, राशन और दवाइयों आदि की व्यवस्था की गई है। 

मंत्री मुंडियां ने यह भी बताया कि प्रारंभिक अनुमान के अनुसार कपूरथला, सुल्तानपुर लोधी और भुलत्थ तहसीलों में लगभग 28 हजार एकड़ क्षेत्र में फसल प्रभावित हुई है, जिसके मुआवजे के लिए विशेष गिरदावरी शुरू कर दी गई है। जरूरतमंद परिवारों को राशन उपलब्ध कराने के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 1250 राशन पैकेट वितरित किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 8 मेडिकल टीमें तैनात हैं। इसके अलावा लोगों को जलजनित बीमारियों के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ क्लोरीन और ओआरएस के घोल भी दिए जा रहे हैं।  

उन्होंने बताया कि पशुधन की स्वास्थ्य देखभाल के लिए पशु चिकित्सकों की 6 टीमें कार्यरत हैं। इन टीमों द्वारा 442 पशुओं का इलाज किया गया है। इसके अलावा 100 से अधिक पशुओं को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है। 

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