कपूरथला में बाढ़ की स्थिति गंभीर --- सीचेवाल ने खुद रेत की बोरियां भरकर रोक लगाने में जुटे ...
- ब्यास नदी का जलस्तर बढ़कर हुआ 1.16 लाख क्यूसेक
- गांव अहलीकलां गाँव में ब्यास नदी ने 600 फीट लंबे धुस्सी बांध को नुकसान पहुँचाना शुरू
खबरनामा इंडिया बबलू। कपूरथला
कपूरथला की सब डिवीज़न सुल्तानपुर लोधी में ओवरफ्लो ब्यास नदी ने धुस्सी बांध के अंदर 500 से 600 फीट लंबे एडवांस बांध को नुकसान पहुँचना शुरू कर दिया है। जिससे सुल्तानपुरलोधी के मंड क्षेत्र के 35 से ज़्यादा गाँवों को नुकसान पहुँच सकता है। इस मामले में ड्रेनेज विभाग के SDO खुशविंदर सिंह ने बताया कि ब्यास नदी का जलस्तर बढ़कर 1.16 लाख क्यूसेक हो गया है।
वहीँ राज्यसभा सदस्य सत बलबीर सिंह सीचेवाल और उनके अनुयायी, जो बाढ़ स्थल के पास डेरा डाले हुए हैं, ने तीन दर्जन से ज़्यादा गाँवों को बाढ़ के प्रकोप से बचाने के लिए धुस्सी बांध के क्षतिग्रस्त हिस्से को मज़बूत करने के लिए रेत से बोरियाँ भरकर रोक लगानी शुरू कर दी हैं।
इस बीच ओवरफ्लो ब्यास नदी का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है और 1.16 लाख क्यूसेक जलस्तर के कारण 20 से अधिक गाँव जलमग्न हो गए हैं, जहाँ धान की फ़सलें पानी में डूब गई हैं। वहीँ गाँव बाऊपुर के किसान जरनैल सिंह, जिन्होंने 10 एकड़ कृषि भूमि पर धान की फसल बोई थी, ने बताया कि उनकी पूरी फसल ब्यास नदी के बाढ़ के पानी में बह गई और उन्हें इस बात की बहुत चिंता है कि कहीं बाढ़ का पानी उनकी ज़मीन को न बहा ले जाए।
इसी तरह, बाऊपुर बजीद के किसान इंदरजीत सिंह भी 35 से 40 एकड़ में बोई गई फसलों को लेकर चिंतित हैं क्योंकि बाढ़ का पानी उनकी फसलों को बहा ले गया और अब नदी उनके खेतों में बह रही है। संत सीचेवाल ने कहा कि बाढ़ की स्थिति बहुत गंभीर है और किसान अपने खेतों, सामान और मवेशियों को लेकर चिंतित हैं।
सीचेवाल और उनके अनुयायियों ने गाँव बाऊपुर में अपनी मोटर बोटों से चारा वितरित किया और बाढ़ में फंसे किसानों के लिए लंगर का भी प्रबंध किया।
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