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घोटाला -- चावल के गोदाम से 460 बोरियां गायब, 3545 में भरा था भूसा

- जिले के तीन शैलरों को समर्थ से दोगुना धान अलॉट किए जाने के मामले में डेढ़ महीना पहले सस्पेंड हो चुके डीएफसी व एएफएसओ
खबरनामा इंडिया (रशपाल सिंह) मोगा, पंजाब



पंजाब के मोगा जिले के निहाल सिंह वाला में बड़ा चावल घोटाला सामने आया है। तीन डिफाल्टर शेलर वालों पर सरकारी एजेंसियों का धान खुर्द-बुर्द करने के आरोप में पहले ही केस दर्ज हो चुका है, वहीं गोदाम से 6 चावल के चक्कों में जांच पर 3545 बोरियो में भूसा बरामद हुआ है, जबकि 460 बोरिया गायब थी, काफी बोरियां हल्की क्वालिटी की भी बरामद हुई हैं।
- क्या था मामला ---- 
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कस्बा निहाल सिंह वाला के तीन शैलरों अक्षत एग्रो फूड, सूरिया एग्रो फूड व किशन एग्रो फूड के मालिकों ने एक्सिस बैंक से करोड़ों रुपए का लोन लिया हुआ था। लोन नहीं चुका पाने की सूरत में बैंक अधिकारियों ने लोन की रकम के बराबर चावल शैलरों से गारंटी के तौर पर जैद कोल्ड स्टोर में स्टोर करवा दिया था। इसकी रखवाली के लिए जिम्मेदार कंपनी रिगो ने कुलंवत सिंह नामक व्यक्ति को रखा था। साथ ही गोदाम में बैंक के ताले के ऊपर विभाग ने अपने ताले भी जड़ दिए थे। 
29 जून को बैंक व फूड सिविल सप्लाई विभाग की सहमति से गोदाम के ताले खोलकर वहां लगाए गए 6 स्टॉक की जांच शुरू की गई। दो सप्ताह की जांच के बाद सामने आया कि बैंक ने कुल 15319 बोरियां चावल स्टोर किया था। सभी चक्कों की जांच के उपरांत मोके पर 14859 बोरियां ही मिली। उसमें से 8555 बोरियां चावल, 2759 बोरियां चावलों की कन्नी, 3545 बोरियां भूसा बरामद हुआ। इसके अलावा 460 बोरियां चावल ही गायब था। 
विभागीय सूत्रों ने बताया कि रिगो कंपनी द्वारा जिस मुलाजिम को गोदाम की देखभाल की जिम्मेदारी दी थी, उसने शैलर मालिकों से मिलीभगत करके गोदाम से चावल गायब करवाकर भूसे की बोरियां लगवाई हैं। बदले में इनोवा गाड़ी इनाम स्वरूप मिलने के बाद नौकरी छोड़ गया। जिला फूड सिविल सप्लाई अधिकारी सरताज सिंह चीमा ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ सीनियर अधिकारियों को भेज दी है। गोदाम से जो चावल मिला है, उसकी क्वालिटी की जांच चल रही है कि वह बासमती है या सादा चावल है। साथ ही चावल सरकारी एजेंसी का था या निजी तौर पर खरीदकर लगाया गया था। यह सभी जाँच के विषय है। 



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