कपूरथला में धोखाधड़ी से करोडो की पैतृक जमीन बेचने के आरोप में दो पर FIR दर्ज ...
- CM मान के ध्यान में मामला लाने के बाद DC के आदेश पर हुआ मामला दर्ज
- बुजुर्गों की पैतृक जमीन की तकसीम के बाद धोखे से बेचीं, आरोपियों ने अदालत के आदेश को किया नजरअंदाज
खबरनामा इंडिया ब्यूरो। कपूरथला
कपूरथला शहर में नकोदर रोड रेलवे फाटक के नजदीक एक मरवाहा परिवार की करोडो की पैतृक जमीन को धोखाधड़ी से बेचने मामला सामने आय है। जिसके बाद परिवार के ही एक व्यक्ति सहित दो पर सिटी थाना -2 अर्बन स्टेट में FIR दर्ज हुई है। हालांकि अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसकी पुष्टि जाँच अधिकारी ASI सुखविंदर सिंह ने करते हुए बताया कि आरोपियों से पूछताछ के लिए जल्द ही नोटिस जारी किया जाएगा। वहीँ शिकायतकर्ता ने बताया की यह मामला CM भगवंत मान के ध्यान में लाने के बाद DC दवारा जाँच उपरांत केस दर्ज करने के आदेश के बाद यह कार्यवाही हुई है।
पुलिस से केएनआई को मिली जानकारी अनुसार शिकायतकर्ता रवि कुमार वासी जालंधर ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उनके एनआरआई रिश्तेदारों की जमीन जो कि मरवाहा पारिवारिक की है, जिसकी तकसीम किए जाने के बाद नक्शा भी तय किया गया था। करोडो की इस भूमि का राजस्व विभाग में 34911/1 का इंतकाल भी दर्ज हो गया।
वहीँ उक्त भूमि को साजिश के तहत अशोक मरवाहा और सोनू मरवाहा ने कथित लैंड माफिया और तहसीलदार के साथ मिलकर गैरकानूनी तरीके से एक रिपोर्ट द्वारा खारिज कर दिया था। जिसकी डीसी कपूरथला द्वारा जांच के उपरांत उक्त दोनों दोषी पाए गए। और उनका इंतकाल माल विभाग रिकॉर्ड में मंजूर हो चुका है। अब उन्हें पता लगा है कि अशोक मरवाहा के पिता के हिस्से करीब 42 मरले भूमि आई थी। इसके हिसाब से अशोक के हिस्से तकरीबन 12 मरले जगह ही आई है। परंतु यह अपने हिस्से से काफी अधिक जमीन बेच चुका है।
शिकायतकर्ता रवि कुमार ने केएनआई को यह भी बताया कि 28 जुलाई 2011 इंतकाल नंबर 30139, 27 अप्रैल 2012 इंतकाल नंबर 30605 व 30606, 27 सितंबर 2012 इंतकाल नंबर 30841, 30 जून 2015 इंतकाल नंबर 32435, 5 जुलाई 2021 इंतकाल नंबर 36765, 3 जनवरी 2022 इंतकाल नंबर 37064, 5 जनवरी 2022 इंतकाल नंबर 37099, 20 जनवरी 2022 इंतकाल नंबर 37100 व 37101 यह सभी प्रोपर्टियां आरोपी अशोक मरवाहा द्वारा बेची गई है।
जबकि इसके हिस्से सिर्फ 12 मरले जगह ही आती है। इसने साजिश करते हुए करोडो की यह जमीन उनके साथ ठगी कर बेचीं है। और अदालत के हुकूम की भी उल्लंगना की है। इसने अलावा लैंड माफिया को पावर ऑफ अटॉर्नी भी दी हुई है। यह सारे इंतकाल उन्होंने अपने तौर पर इंक्वारी कर निकलवाए है। वहीँ उन्हें सक है कि इसके अलावा और भी जमीन इसके द्वारा बेची गई है।
रवि कुमार ने यह भी बताया कि उक्त मामला काफी लंबे समय से माल विभाग के अधिकारियों के पास जांच के लिए पड़ा था। बीते दिनों उन्होंने केएनआई को बताया कि यह मामला पंजाब के CM भगवंत मान के ध्यान में लाने के बाद डीसी कपूरथला को जांच का जिम्मा सोपा गया। और जाँच के उपरांत डीसी ने केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
वहीं दूसरी तरफ इस मामले में सिटी थाना -2 अर्बन अस्टेट की पुलिस ने आरोपी अशोक मरवाहा वासी मोहब्बत नगर तथा सोनू मरवाहा के खिलाफ धारा 420 IPC के तहत FIR दर्ज कर ली गई है।
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